Tuesday, April 29, 2025
प्रधानमंत्री की सेनाओं को खुली छूट, कहा- जवाब कब व कैसे देना है, यह तय करने के लिए आप स्वतंत्र
छत्तीसगढ़ में हड़कंप: तीन घरों से पकड़े गए 80+ अवैध घुसपैठिए, फर्जी बंगाल के दस्तावेज बरामद!
रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज सुबह सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सिर्फ तीन घरों से 80 से ज्यादा अवैध घुसपैठियों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी लोग बांग्लादेश और पाकिस्तान के नागरिक बताए जा रहे हैं, जो फर्जी पहचान के सहारे भारत में रह रहे थे।
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छापेमारी के दौरान इनके पास से पश्चिम बंगाल से बने फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि इन दस्तावेजों को चंद पैसों में तैयार कराया गया था। जांच एजेंसियां इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने में जुट गई हैं। फर्जी दस्तावेज बनाने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
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ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कैसे इतनी बड़ी संख्या में अवैध घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे देश के भीतर पहुंचने में कामयाब हो गए? सुरक्षा व्यवस्था और दस्तावेज सत्यापन पर सवाल उठने लगे हैं। इस घटना को लेकर राजनीतिक हलचल भी शुरू हो गयी. तो वही बीजेपी शासित राज्यों में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। इस घटना ने एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। फिलहाल सभी पकड़े गए संदिग्धों से गहन पूछताछ जारी है और इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
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Monday, April 28, 2025
मध्य प्रदेश में भीषण सड़क हादसा, टक्कर के बाद कुएं में गिरी कार, 10 लोगों की मौत
मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र स्थित ग्राम काचरिया में रविवार को भीषण सड़क हादसा हो गया. दरअसल, बाइक से कार की टक्कर के बाद अनियंत्रित कार कुएं में जा गिरी. जिससे कार सवार 8 लोग और बाइक सवार 1 व्यक्ति की मौत की मौत की पुष्टी की गई है. वहीं, कुएं में बचाने गए एक स्थानीय निवासी की भी मौत हो गई. इस घटना में अब तक कुल 10 लोगों की मौत बताई जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
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कार सवार सभी जा रहे थे मंदिर
जानकारी के अनुसार कार में सवार सभी लोग रतलाम जिले के ताल से मंदसौर जिले के ग्राम आंतरि माताजी के माता मंदिर के दर्शन करने जा रहे थे. इसी दौरान खाचरिया चौपाटी पर यह सड़क हादसा हो गया. इस घटना के तत्काल बाद मल्हारगढ़ एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी और एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस बल के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया.
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मृतकों में मंदसौर के मनोहर सिंह (स्थानीय निवासी जिन्होंने बचाव के दौरान गंवाई अपनी जान), गोबर सिंह (सीतामऊ निवासी मोटरसाइकिल सवार) इनके आलावा कार में सवार कन्हैयालाल कीर निवासी जोगिपिपलिया जिला रतलाम, नागू सिंह निवासी जोगिपिपलिया जिला रतलाम, पवन कीर निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, धर्मेंद्र सिंह निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, आशा बाई निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, मधु बाई निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, मांगू बाई निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, राम कुंवर निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम शामिल थे।
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पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन, अब तक पांच आतंकियों के घर जमींदोज
Saturday, April 26, 2025
भारत ने INS सूरत के बाद किया हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
Friday, April 25, 2025
पाकिस्तान सरकार का आधिकारिक एक्स अकाउंट भारत में ब्लॉक किया गया
मिट्टी में मिलाने का समय आ गया..सोच से भी बड़ी सजा देंगे' आतंकवादियों को पीएम मोदी की चेतावनी
मधुबनी: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार बिहार के मधुबनी में सभा को संबोधित कर रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा मामलों को लेकर कैबिनेट की बैठक हुई. पीएम ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और देश वापस लौट आए. पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि: पहलगाम आतंकी अटैक में मारे गए लोगों को पीएम मोदी ने सबसे पहले श्रद्धांजलि दी. नरेंद्र मोदी ने कहा कि पंचायती राज दिवस के मौके पर पूरा देश मिथिला बिहार से जुड़ा है. बिहार और देश के विकास से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास हुआ है, जिससे बिहार में रोजगार के नए मौके मिलेंगे।
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22 अप्रैल के पहलगाम में आतंकवादियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मिला है, उससे देशवासी व्यथित हैं, दुखी है. मृतक के परिजनों के साथ पूरा देश खड़ा है. घायल जल्द स्वस्थ हो इसके लिए प्रयास जारी है. आतंकी हमले में किसी ने बेटा, किसी ने भाई तो किसी ने अपना जीवन साथी खोया है. 'आतंकियों को सजा मिल कर रहेगी': पीएम ने कहा कि हमारा आक्रोश एक जैसा है. ये हमला निहत्थे पर्यटकों पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर देश के दुश्मनों ने हमला करने का दुस्साहस किया है. जिन्होंने ये हमला किया है उन आतंकियों को और साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलकर रहेगी. सजा मिलकर रहेगी. आतंकियों की बची-खुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है.
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"पंचायतों के डिजिटल होने से जीवन मृत्यु प्रमाण पत्र और ऐसे कई दस्तावेज आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. देश में तीस हजार नए पंचायत भवन बनाए गए. पंचायतों को पर्याप्त फंड देना सरकार की प्राथमिकता है. भूमि विवाद ग्राम पंचायतों की बड़ी समस्या है. कौन सी जमीन आबादी की, कौन सी खेती की, कौन सी सरकारी है, इनपर विवाद रहता था. इसके समाधान के लिए जमीनों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है. जिससे विवादों को सुलझाने में मदद मिल रही है."- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
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बिहार की जमकर की तारीफ: बिहार देश का पहला राज्य है, जहां महिलाओं को पंचायत में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. महिलाओं का विकास हो रहा है. सभी का विकास करना हमारा उद्देश्य है. हमारी बहन बेटियों को ज्यादा प्रतिनिधित्व मिले, इसकी कोशिश जारी है. सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है. बिहार में जीविका दीदी कार्यक्रम से महिलाओं का जीवन बदला है. पीएम ने कहा कि बीते दिनों ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है। 13,480 करोड़ योजनाओं की पीएम ने दी सौगात: मधुबनी के झंझारपुर में पीएम ने 13,480 करोड़ रुपये की कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. साथ ही प्रधानमंत्री पीएमएवाई-ग्रामीण के 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र भी सौंपा गया. देश भर के 10 लाख पीएमएवाई-जी लाभार्थियों को किस्त जारी की गई. पीएम मोदी ने बिहार में 1 लाख पीएमएवाई-जी और 54,000 पीएमएवाई-यू घरों के गृह प्रवेश के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियां भी सौंपी।
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया. पहलगाम शहर के पास एक फेमस घास के मैदान में आतंकवादियों ने फायरिंग की, जिसमें 27 लोग मारे गए. मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे. रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में पर्यटक, स्थानीय निवासी और सेना के जवान शामिल हैं. वहीं कई लोग इस हमले में जख्मी हुए हैं.
पाकिस्तानी रेंजर्स ने BSF के जवान को हिरासत में लिया
नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान को बुधवार 23 अप्रैल को पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया. फिलहाल बीएसएफ ने जवान की सुरक्षित वापसी के लिए फ्लैग मीटिंग बुलाई है.जानकारी के मुताबिक जवान ड्यूटी के दौरान गलती से पंजाब के फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था।
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इस संबंध में बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग मीटिंग बुलाई गई है. अधिकारी ने बताया कि जवान की रिहाई के लिए दोनों देशों के बलों के बीच बातचीत जारी है.उन्होंने बताया कि 182वीं बटालियन के कांस्टेबल पीके सिंह को बुधवार को फिरोजपुर सीमा पार से पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था।
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अधिकारी ने बताया कि जवान वर्दी में था और उसके पास सर्विस राइफल भी थी. उन्होंने बताया कि बीएसफ जवान किसानों के साथ था और वह छाया में आराम करने के लिए आगे बढ़ा, जिसके बाद उसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि बीएसफ जवान किसानों के साथ था और वह छाया में आराम करने के लिए आगे बढ़ा, जिसके बाद उसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया. अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ जवान की रिहाई के लिए दोनों देशों के बलों के बीच फ्लैग मीटिंग जारी है। उन्होंने बताया कि_ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं और दोनों पक्षों के बीच पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.अधिकारी ने बताया कि यह घटना पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसके बाद भारत ने आतंकवाद को प्रायोजित करने को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए हैं।
Thursday, April 24, 2025
पहलगाम हमला में शामिल तीन आतंकियों के नाम के साथ स्केच जारी, जनता से सुराग देने की अपील
श्रीनगर: सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में शामिल तीन आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं. बैसरन के घास के मैदान में नागरिकों पर हुए घातक हमले में अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है. आतंकी हमले में शामिल संदिग्धों की पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में हुई है। शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमलावरों ने AK-47 राइफलों से लैस होकर करीब 20 मिनट तक गोलियां चलाईं, जिससे शांत पहाड़ी इलाका खौफनाक मंजर में बदल गया.
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प्रारंभिक जांच से परिचित एक अधिकारी ने कहा, "वहां अफरा-तफरी मची हुई थी। गोलीबारी बंद नहीं हुई. लोग चीख रहे थे, छिपने के लिए भाग रहे थे - चारों तरफ खून-खराबा, दहशत, सब कुछ था." अधिकारियों का मानना है कि हमले में तीन से चार आतंकवादी शामिल थे. इनमें से दो की पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में हुई है और बाकी स्थानीय आतंकी हैं. सभी के बारे में कहा जाता है कि वे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़े हैं।
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22 अप्रैल को बैसरन में हमला हुआ, जो पर्यटक शहर पहलगाम का एक हरा-भरा घास का मैदान है, जिसे अक्सर देवदार के पेड़ों से लदे ढलानों और मनोरम दृश्यों के लिए 'मिनी-स्विट्जरलैंड' कहा जाता है. वसंत ऋतु के कारण घाटी में नई जान आने के कारण पर्यटक बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में आए थे. लेकिन हमलावरों ने 'मिनी-स्विट्जरलैंड' को हत्या के मैदान में बदल दिया। आतंकियों का स्केच जारी करने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने जनता से भी किसी भी सुराग के लिए सहयोग की अपील की है. इस डरावनी घटना को घाटी के हाल के इतिहास में सबसे भयावह आतंकवादी हमलों में से एक बताया जा रहा है।
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "यह न केवल निर्दोष लोगों के जीवन पर हमला था, बल्कि कश्मीर में शांति की वापसी के प्रयास पर भी हमला था. यह कश्मीर के इतिहास में सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक है." उन्होंने कहा, "हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे किसी भी सुराग को साझा करें और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें." इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंगलवार को आपात सुरक्षा समीक्षा बैठक हुई. उन्होंने बुधवार को पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.
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तलाशी अभियान तेज
इस बीच, कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और अनंतनाग तथा आसपास के जिलों में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. हमलावरों की तलाश में ड्रोन, हेलीकॉप्टर, खोजी कुत्ते और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
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पहलगाम आतंकी हमले पर वाराणसी महिला व्यापार मंडल का आक्रोश, सरकार से की सर्जिकल स्ट्राइक की मांग
वाराणसी: पहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में मासूम पर्यटकों को निशाना बनाए जाने और कथित तौर पर धर्म पूछकर निर्मम हत्या किए जाने की खबरों से आक्रोशित वाराणसी महिला व्यापार मंडल की अध्यक्ष सुनीता सोनी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने मंडल के सभी पदाधिकारियों के साथ इस बर्बर घटना का विरोध करते हुए आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
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दशाश्वमेध शाखा कार्यालय में आयोजित एक विरोध सभा में अध्यक्ष सुनीता सोनी ने दो मिनट का मौन रखकर हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश को अब और अधिक सख्त रवैया अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील की कि देश एक और सर्जिकल स्ट्राइक की मांग कर रहा है। उनका कहना था कि आतंकवाद को अब बर्दाश्त करने का समय नहीं है, बल्कि उसे जड़ से खत्म करने का समय आ गया है।
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सभा में दशाश्वमेध शाखा के अध्यक्ष रवि शंकर पांडे, गिरजाघर अध्यक्ष रविंदर सेठ, उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष राहुल सेठ, महामंत्री शिव शंकर पांडे, स्टार प्रचारक मुकेश शास्त्री, मीडिया प्रभारी राजू सोनी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की।
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सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त जो हुआ, ठीक वैसा ही हो रहा, CCS मीटिंग बहुत कुछ बता रही
पहलगाम: आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मीटिंग ले रहे हैं. इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएस अजित डोभाल मौजूद हैं. यहीं तय होगा कि आतंकी हमले का जवाब कैसे दिया जाए. लेकिन इस मीटिंग की सबसे खास बात ये है कि सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त जो कुछ भी हुआ, ठीक वैसा ही इस बार भी हो रहा है. उस वक्त भी सीसीएस की मीटिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर हुई थी और इस बार भी पीएम मोदी अपने घर पर ही मीटिंग कर रहे हैं. मतलब साफ है कि भारत का जवाब भयानक होने वाला है.
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कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की मीटिंग बुलाना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है. आमतौर पर यह मीटिंग साउथ ब्लॉक में होती है, जहां प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) है. लेकिन उरी सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त 29 सितंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीसीएस की मीटिंग अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर की थी. इसी मीटिंग में पाकिस्तान को जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का प्लान बना था. इस बार भी पीएम मोदी ने अपने आवास पर मीटिंग बुलाई है. इससे माना जा रहा है कि भारत कोई बड़ा फैसला ले सकता है.
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मीटिंग PMO में करने के मायने
हाई लेवल सिक्रेसी और सिक्योरिटी
पीएम का आवास एक हाई सिक्योरिटी जोन में होता है, जहां सीमित स्टाफ मौजूद रहता है. कड़ी निगरानी रखी जाती है, इसलिए कोई भी सूचना लीक नहीं हो सकती. जब सर्जिकल स्ट्राइक या किसी बड़ी सैन्य कार्रवाई पर फैसला लेना हो तो यह जगह सबसे सुरक्षित मानी जाती है.
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सेंट्रलाइज डिसीजन मेकिंग
पीएम आवास में मीटिंग का मतलब है कि सभी शीर्ष अधिकारी तुरंत उपलब्ध हैं. बिना किसी देरी और औपचारिकता के फैसले लिए जा सकते हैं, तुरंत उन्हें लागू किया जा सकता है. ऐसा तब होता है जब सेकेंडों में निर्णय लेना हो. डिफेंस एक्सपर्ट के मुताबिक, अभी वही वक्त है.
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मीडिया और पब्लिक से दूरी
साउथ या नॉर्थ ब्लॉक में मीटिंग होने पर मीडिया की हलचल और कयासबाजी तेज हो जाती है. पीएम आवास पर मीटिंग ज्यादा निजी होती है. इससे किसी भी जानकारी के बाहर जाने की संभावना लगभग शून्य हो जाती है.
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गंभीरता बताती है ये मीटिंग
जब CCS की मीटिंग पीएम आवास पर होती है, तो यह संकेत मिलता कि मामला सामान्य नहीं है. इससे यह संदेश जाता है कि स्थिति बेहद गंभीर है और सरकार उससे सख्ती से निपटने का प्लान बना रही है.
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Wednesday, April 23, 2025
यूपी में 15 IPS के ट्रांसफर...7 जिलों के कप्तान बदले
गर्मी की छुट्टी और शादी के सीजन में बिहार जाने की टेंशन खत्म! 10 स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, देखें लिस्ट और टाइम टेबल
Tuesday, April 22, 2025
आधी रात शादीशुदा प्रेमिका के घर बंद बक्से मे निर्वस्त्र हालत मे मिला युवक, खूब हुई धुनाई
लखनऊ: आगरा मे आधी रात शादीशुदा प्रेमिका के बुलावे पर उसके घर पहुंचे प्रेमी की जबरदस्त धुनाई हुई। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
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दरअसल परिवार के सो जाने के बाद महिला ने अपने प्रेमी को घर मे बुला लिया था। कमरा बंद करके दोनों इश्क लड़ा रहे थे .. इस बीच महिला के पति की आँख खुल गई.. उसने गेट खुलावाया तो कमरे मे पत्नि मिली।
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पति को शक हुआ तो बक्से मे प्रेमी बंद था। निर्वस्त्र अवस्था मे युवक को देख महिला के पति का पारा गर्म हो गया। उसे पीटकर पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
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देवरिया में मेरठ जैसी वारदात, दुबई से लौटे पति के शव को पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर दो टुकड़ों में काटा
Sunday, April 20, 2025
कनाडा में भारतीय छात्रा की मौत से हड़कंप, बस स्टॉप पर मारी गोली; सामने आई हत्या की वजह
नई दिल्ली: कनाडा में एक भारतीय छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्रा की उम्र 21 साल थी। वो घर से निकली और बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान छात्रा के सामने से एक कार गुजरी, जिसमें बैठे शख्स ने उस पर गोली चला दी। मृतक छात्रा का नाम हरसिमरत रंधावा है, जो कनाडा के ओंटारियों में स्थित मेहॉक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं। हैमिल्टन पुलिस इस हत्या की जांच कर रही है।
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हरसिमरत रंधावा की हत्या की जानकारी साझा करते हुए टोरंटो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि हैमिल्टन के ओंटारियो में भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा की मौत से हमें काफी दुख हुआ है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि हरसिमरत निर्दोष थीं, वो एक गैंगवॉर का शिकार हो गईं। स्थानीय पुलिस के अनुसार हरसिमरत जिस बस स्टेशन पर खड़ी बस का इंतराजर कर रही थीं, वहां अचानक दो गुटों में गोलीबारी शुरू हो गई। दो गाड़ियां एक-दूसरे पर गोली चलाने की कोशिश कर रही थीं और गलती से यह गोली हरसिमरत को जा लगी।
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भारतीय दूतावास ने दी जानकारी देते हुए बताया कि हरसिमरत रंधावा अंजाने में इस घटना का शिकार हुईं और उनकी मौत हो गई। मामले की जांच जारी है। टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि हरसिमरत के परिवार के साथ संपर्क में बना हुआ है। उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है। इस मुश्किल समय में हम उनके परिवार के साथ हैं। हैमिल्टन पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शाम को तकरीबन 7:30 बजे हमें इस हत्याकांड की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा हरसिमरत रंधावा बेसुध हालत में थीं और गोली उनके सीने में लगी थी। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
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जांच कर रही पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक की, जिसमें पता चला कि काली कार में बैठे किसी शख्स ने हरसमिरत पर गोली चलाई और मौके से फरार हो गया। इस घटना में किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ की राष्ट्रपति से शिकायत, एक मामले में अतिसक्रियता दिखाने का आरोप
नई दिल्ली: देश के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के खिलाफ राष्ट्रपति को एक शिकायत भेजकर सीबीआइ जांच की मांग गई है। शिकायतकर्ता पटना हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज राकेश कुमार का आरोप है कि कथित तौर पर पूर्व सीजेआइ चंद्रचूड़ ने एक मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने में अतिसक्रियता दिखाई थी।
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अवकाश वाले दिन भी अर्जेंट मामलों की सुनवाई हुई
हालांकि ज्ञात हो कि किसी भी मामले को कब और किस पीठ के समक्ष सुनवाई पर लगाया जाएगा यह तय करने का अधिकार चीफ जस्टिस को ही होता है। चीफ जस्टिस मास्टर ऑफ रोस्टर होता है और किसी भी मामले की सुनवाई की अर्जेंसी को देखते हुए वह पीठ गठित करते हैं और कई बार अवकाश वाले दिन भी अर्जेंट मामलों की सुनवाई हुई है। जस्टिस राकेश कुमार ने आठ नवंबर 2024 को राष्ट्रपति को शिकायती पत्र भेजा था। जबकि जस्टिस चंद्रचूड़, सीजेआइ के पद से 10 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे। जस्टिस कुमार ने जागरण से खास बातचीत में राष्ट्रपति को शिकायत भेजने और मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की पुष्टि की है।
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2019 में हाई कोर्ट में भ्रष्टाचार के बारे में फैसला दिया था
जस्टिस राकेश कुमार वही हैं जिन्होंने पटना हाई कोर्ट के जज रहते हुए अगस्त 2019 में हाई कोर्ट में भ्रष्टाचार के बारे में फैसला दिया था। उस फैसले के बाद काफी विवाद हुआ था और दो महीने बाद उनका तबादला आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट कर दिया गया था। जस्टिस राकेश ने पत्र में आरोप लगाया है कि पूर्व सीजेआइ चंद्रचूड़ ने कथित तौर पर एक जुलाई 2023 को फर्जी दस्तावेज सृजित कर किसी को दोषी ठहराने का प्रयास करने की आरोपित अभियुक्त तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए एक ही दिन में दो बार विशेष पीठ गठित की थी।
शिकायत में कही गई है ये बात
शिकायत में कहा गया है कि एक जुलाई 2023 को छुट्टी थी। गर्मियों की छुट्टियों के बाद सोमवार 3 जुलाई 2023 को नियमित रूप से सुप्रीम कोर्ट खुलना था। आरोप है कि छुट्टी के दिन एक जुलाई को तत्कालीन सीजेआइ चंद्रचूड़ ने पहले दिन में सीतलवाड़ की जमानत पर सुनवाई के लिए विशेष पीठ गठित की। उस पीठ ने सुनवाई की लेकिन पीठ सीतलवाड़ को अंतरिम राहत देने के मुद्दे पर एकमत नहीं हुई और उसने मामला बड़ी पीठ को भेज दिया। विशेष पीठ ने आदेश दिया कि केस सीजेआइ के समक्ष पेश किया जाए ताकि वे सुनवाई के लिए बड़ी पीठ का गठन करें।
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अभियुक्त को अंतरिम राहत दी
विशेष पीठ ने रजिस्ट्रार ज्युडिशियल कोतत्काल मामला सीजेआइ के सामने पेश करने का आदेश दिया था। यह पहला आदेश होने के बाद उसी दिन शाम को सीजेआइ ने मामले की सुनवाई के लिए बड़ी पीठ का गठन कर दिया। गठित की गई बड़ी पीठ ने उसी दिन सुनवाई की और अभियुक्त को अंतरिम राहत दी। हालांकि जस्टिस कुमार ने पत्र में कहा है कि वह विशेष पीठ द्वारा विवेकाधिकार का इस्तेमाल कर दिए गए आदेश पर कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं। उनका सवाल सिर्फ विशेष पीठ गठित करने में अतिसक्रियता दिखाए जाने के संबंध में है। राष्ट्रपति को भेजा गया यह पत्र कानून मंत्रालय पहुंचा था और अब बताया जा रहा है कि वहां से पत्र उचित कार्रवाई के लिए आगे भेजा गया है।
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पाकिस्तान में बन रहा राम मंदिर श्रद्धा की मिसाल, भारत से लाया गया गंगाजल
पाकिस्तान: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण ने जहां दुनिया भर में बसे करोड़ों हिंदुओं को भावनात्मक रूप से एक सूत्र में बांध दिया है, वहीं पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने भी आस्था की एक अनोखी मिसाल पेश की है। सिंध प्रांत के थारपारकर जिले के मेघवाल बाड़ा गांव में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है, जो पूर्णतः जनश्रद्धा और भक्ति पर आधारित है।
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"धन नहीं, राम का मंदिर चाहिए" – पुजारी थारूराम
इस मंदिर निर्माण की अगुवाई कर रहे पुजारी थारूराम ने भावुक स्वर में कहा कि यह कोई सरकारी योजना या राजनीतिक दलों से जुड़ा प्रोजेक्ट नहीं है। "मैंने भारत यात्रा के दौरान मां गंगा से कुछ नहीं मांगा, बस एक राम मंदिर मांगा। धन-दौलत नहीं चाहिए, राम का मंदिर चाहिए।
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भारत से लाया गया गंगाजल
इस मंदिर को पवित्र बनाने के लिए थारूराम भारत से गंगाजल भी लेकर आए हैं। वे कहते हैं, "भारत आना मेरे लिए सिर्फ एक तीर्थ नहीं, एक आशीर्वाद था। अयोध्या जा न सका, लेकिन वहां की आस्था को अपने गांव में लाकर जी रहा हूं।" उन्होंने कहा कि सीमाओं से परे श्रद्धा की मिसाल भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते भले ही तनावपूर्ण हों, लेकिन श्रद्धा की सीमा नहीं होती। अयोध्या न जा पाने की मजबूरी को पाकिस्तानी हिंदुओं ने राम मंदिर निर्माण के ज़रिए एक अवसर में बदल दिया है।
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स्थानीय समुदाय का सहयोग
गांव के स्थानीय हिंदू समुदाय ने एकजुट होकर मंदिर निर्माण में श्रमदान और आर्थिक सहयोग देना शुरू कर दिया है। मंदिर के निर्माण में कोई भव्यता नहीं, पर इसमें समर्पण की ऊंचाई जरूर नजर आती है। यह मंदिर भारत-पाक रिश्तों की दीवार के उस पार श्रद्धा की एक खिड़की की तरह है, जहां राम सिर्फ एक देवता नहीं, बल्कि विश्वास और एकता के प्रतीक बनकर उभर रहे हैं।
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