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Thursday, August 15, 2024

30 सितंबर से पहले कार्ड धारक करा ले केवाईसी वरना कट सकता है लिस्ट से नाम, नहीं मिलेगा अनाज का लाभ!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश व बिहार के लाखों राशन कार्ड के लिए महत्वपूर्ण खबर है। राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने अब राशन कार्ड का आधार से eKYC कराने की तिथि 30 सितंबर निर्धारित की है। जो राशनकार्ड धारी 30 सितंबर तक eKCY नहीं कराएंगे उनका नाम कार्ड से विलोपित कर दिया जाएगा, ऐसे में सभी तय समय से पहले सदस्य अपने निकट के जन वितरण विक्रेता की दुकान पर जाकर समय से नि:शुल्क आधार सीडिंग करा लें, नहीं तो नाम को राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा और उनको राशन से वंचित होना पड़ेगा।


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ध्यान रहे बायोमेट्रिक अपडेट करवाने के लिए आपको आधार अपडेट सेंटर पर ही जाना होगा और यहीं पर आप आसानी से इसे अपडेट करवा सकते हैं। राशन कार्ड का आधार से ई-केवाईसी नहीं कराने पर राशन कार्ड से नाम को डिलीट करने का अल्टीमेटम दिया है।


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ऐसे कराएं ईकेवायसी

  • राज्य के राशनकार्ड धारक किसी भी संधारित ई-पाॅस यंत्र के माध्यम से निशुल्क ई-केवाईसी आधार सीडिंग करा सकते हैं।
  • राशन कार्डधारी जो किसी कारण से बिहार से बाहर हैं (केंद्र शासित प्रदेश, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, पांडुचरी, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलगाना, उत्तराखंड, यूपी एवं पश्चिम बंगाल को छोड़कर) वे उस राज्य में ही अपने नजदीकी जन वितरण प्रणाली विक्रेता के पास जाकर अपना eKYC करा सकते हैं।
  • ई-केवाईसी करवाने के लिए आपको नजदीकी राशन की दुकान पर जाना होगा। वहां राशन डीलर आपके आधार कार्ड की जानकारी लेगा और आपका बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट) स्कैन करेगा।
  • बता दे कि राज्य के कुल 8.39 करोड़ राशन कार्ड धारकों में 07.84 करोड़ राशन कार्डधारकों ने 30 जून तक आधार से ई-केवाईसी करा लिया है।



ई-केवाईसी के बारें में प्रमुख बातें
  • ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति की पहचान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सत्यापित की जाती है।
  • राशन कार्ड धारकों को अपने राशन कार्ड, आधार कार्ड के साथ जोड़ने होंगे।
  • ई-केवाईसी सुनिश्चित करता है कि सही व्यक्ति को राशन का लाभ मिल रहा है। इससे राशन की कालाबाजारी और अनियमितताओं पर रोक लगती है।
  • राशन कार्डधारकों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है।
  • ई-केवाईसी के जरिए आपके राशन कार्ड की जानकारी अपडेट हो जाती है, जैसे परिवार के सदस्यों में बदलाव, संपर्क नंबर आदि।
  • ई-केवाईसी करवाने की प्रक्रिया के लिए आपको अपने नजदीकी राशन की दुकान पर जाना होगा।
  • राशन डीलर आपके आधार कार्ड की जानकारी लेगा और आपका बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट) स्कैन करेगा।


Saturday, August 10, 2024

बिहार में केरोसिन टैंकर ले जा रही मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतरे, ट्रेनों की आवाजाही पर असर

पटना: कटिहार रेल मंडल अंतर्गत कुमेदपुर स्टेशन (बंगाल) के पास केरोसिन टैंकर लेकर जा रही मालगाड़ी के पांच डिब्बे शुक्रवार को पटरी से उतर गए। घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।


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मालगाड़ी सिलीगुड़ी से कटिहार की तरफ जा रही थी। घटना कुमेदपुर के नॉर्थ केबिन के पास हुई। यह इलाका बिहार-बंगाल सीमा पर स्थित है। 

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हादसा सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर हुआ। हादसे से कटिहार-आजमनगर रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बाधित हो गया। इस रूट से आने-जाने वाली ट्रेनों को दूसरे मार्ग पर डायवर्ट किया जा रहा है या ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों पर रोक कर रखा गया है। इससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। खबर मिलते ही बचाव दल घटनास्थल रवाना हो गया है।

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Monday, July 15, 2024

वाराणसी व चंदौली को जोड़ेगा राजघाट सिग्नेचर ब्रिज, बंगाल तक का सफर होगा आसान

वाराणसी: शहर में गंगा पार 1200 करोड़ की लागत से सिग्नेचर ब्रिज बनने वाला है। इसके लिए केंद्र सरकार की मंजूरी भी मिल गयी है। इस ब्रिज की सबसे खास बात यह होगी कि यह वाराणसी और चंदौली को जोड़ेगा। अभी तक वाराणसी और चंदौली को जोड़ने वाला केवल एक ही मालवीय ब्रिज था। जो कि समय के बीतते ही धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। ऐसे में यह ब्रिज बनने से लोगों को काफी सहूलियत होगी। 


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आपको बता दें कि पटना के बाद वाराणसी में वनने वाला सिग्नेचर ब्रिज सिक्स लेन का होगा। ट्रेनों के लिए नीचे चार ट्रैक विछाए जाएंगे। इस ट्रैक पर 100 किलोमीटर से ज्यादा रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। नए पुल की सिक्स लेन सड़क वाराणसी से चंदौली, बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल तक की राह आसान करेगी। सिग्नेचर ब्रिज जिस काशी स्टेशन से जुड़ेगा, उसके पुनर्विकास के लिए 300 करोड़ रुपये मंजूर हुए है। आईआईटी बीएचयू और रुड़की के साथ ही पुरातत्व विभाग की ओर से अनुमति मिल जाने से निर्माण शुरू करने की तैयारी है। इसको लेकर रेलवे और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ हाईलेवल बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सिग्नेचर ब्रिज बनारस में बनने वाले देश में अपने ढंग के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्लेटफार्म के तहत 'परिवहन संगम' का हिस्सा है। परिवहन संगम स्थल पर रोड, रेल, गंगा में फेरी सर्विस व रोप-वे से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा उपलब्ध होगी।

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फिलहाल मालवीय ब्रिज पर 25-30 की स्पीड से गुजरती हैं ट्रेनें

सिग्नेचर ब्रिज 1887 में बने वनारस के मालवीय पुल (राजघाट) के समानान्तर और नए इंटर मॉडल काशी स्टेशन को केंद्र में रखकर बनेगा। दो फ्लोर वाले वर्तमान मालवीय पुल में दो रेलवे ट्रैक और चार लेन की सड़क है। इस पर से औसत 25 से 30 की गति से ही ट्रेनें गुजरती हैं। चार साल में बनकर तैयार होने वाला नया ब्रिज मौजूदा राजघाट ब्रिज से ठीक दो गुना होने से एक समय में ज्यादा वाहन फर्राटा भर सकेंगे तो एक समय में अप और डाउन लेन से चार ट्रेनें तीन गुना ज्यादा रफ्तार से आ-जा सकेंगी।

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ब्रिज बनने से पहले शहर में लागू होगा रूट डायवर्जन

सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण से पूर्व पहले शहर में डायवर्जन लागू किया जाएगा। ट्रैफिक प्लानिंग व यूटिलिटी शिफ्टिंग प्लानिंग के लिए समितियों का गठन किया जाएगा। मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने यातायात विभाग को रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है, ताकि निर्माण के दौरान आमजन को किसी तरह की दिक्कत न होने पाए।

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रोका जा सकता है राजघाट के ओर से वाहनों का आवागमन

सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण के चलते राजघाट की तरफ से वाहनों का आवागमन रोका जा सकता है। ऐसे में वाराणसी से मुगलसराय जाने वाले वाहनों को बीएचयू, सामने घाट पुल से गुजारना होगा और उधर से आने वाले वाहनों को भी इसी रूट पर लाना होगा। इससे सामने घाट समेत बीएचयू लंका गेट पर भी यातायात काफी बढ़ जाएगा। ऐसे में ट्रैफिक कंट्रोल करना चुनौती होगी।

दरअसल, पुल निर्माण में लंबा समय लग सकता है। इतने लंबे समय तक रूट डायवर्जन को लागू कर सफल बनाना चुनौती है। ऐसे में अधिकारियों की टीम इस पर मंथन कर रही है। यातायात विभाग को सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।

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Thursday, June 27, 2024

पत्रकार की हत्या, घर से कुछ ही दूरी पर चाकू से किए गए दर्जनों वार

मुजफ्फरपुर: अज्ञात बदमाशों ने एक पत्रकार की हत्या कर दी. घटना मंगलवार (25 जून) रात की है. घर से कुछ ही दूरी पर बदमाशों ने पत्रकार पर चाकू से दर्जनों वार किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पूरा मामला मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र का है. मृतक की पहचान पत्रकार शिवशंकर झा के रूप में की गई है.



घर लौट रहे थे पत्रकार शिवशंकर झा
बताया जाता है कि शिवशंकर झा मनियारी थाना क्षेत्र के ही रहने वाले थे. वह अपने घर मारीपुर स्थित आवास की ओर लौट रहे थे. अचानक अज्ञात बदमाशों ने उनकी बाइक को घेर लिया और उन पर चाकुओं से दर्जनों वार कर दिया. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और शिवशंकर झा को एसकेएमसीएच पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने देखने के बाद मृत घोषित कर दिया.


घर वालों को पुलिस ने की हत्या की खबर
अस्पताल में शिवशंकर झा की मौत की पुष्टि के बाद पुलिस ने घर वालों को इसकी सूचना दी. जानकारी मिलते ही घर वाले अस्पताल पहुंचे. इसके बाद पूरे अस्पताल परिसर में परिजनों की चीख-पुकार गूंजने लगी. हालांकि अभी तक यह नहीं पता चला है कि शिवशंकर झा की हत्या के पीछे की क्या वजह है.


मनियारी थाना पुलिस ने क्या कहा?
घटना के संबंध में मनियारी थाने के एसआई जयशंकर राम ने बताया कि मामले की जानकारी मिली कि एक व्यक्ति पर चाकुओं से हमला किया गया है और घायल कर दिया गया है. इसके बाद वो लोग पहुंचे और उस व्यक्ति को अस्पताल लेकर आए जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि  मृतक की पहचान पत्रकार शिवशंकर झा के रूप में हुई है. घटना के बाद पुलिस आगे की जांच में जुट गई है. देर रात तक अस्पताल में कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचा था. यहां तक कि मनियारी थानाध्यक्ष भी अस्पताल नहीं पहुंचे थे.