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Tuesday, June 24, 2025

आगरा के फतेहाबाद का नाम 'सिंदूरपुरम' रखने का प्रस्ताव पारित, 367 साल पहले औरंगजेब ने रखा था नाम

आगरा: भारत के पाकिस्तान में घुसकर किए गए सफल ऑपरेशन सिंदूर को यादगार बनाने के लिए जिले के फतेहाबाद कस्बा का नाम सिंदूरपुरम रखने का प्रस्ताव जिला पंचायत की सोमवार को बोर्ड बैठक में पारित किया गया. जिस पर सभी सदस्यों ने मुहर लगाई है. अब यह प्रस्ताव यूपी सरकार के पास भेजा जाएगा. इसके बाद फतेहाबाद कस्बा और विधानसभा का नाम भी सिंदूरपुरम करने पर मुहर लगेगी.


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बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने सत्र 2025-26 के लिए पंचायत की विकास योजनाओं, सांस्कृतिक पहलों, पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की. बोर्ड बैठक में गांव, विरासत और विकास की दिशा में ठोस निर्णय लिए गए हैं. जिसमें गांवों में चिल्ड्रन पार्क और सभा स्थल के नाम भी महापुरुषों किए जाने पर मुहर लगी है. जिससे युवा पीढ़ी अपने महापुरुषों के बारे में जान सकेगी. जिससे उन्हें प्रेरणा मिलेगी.


चिल्ड्रन पार्क और सभा स्थलों का होगा निर्माणः जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुप्रयोजन चिल्ड्रन पार्कों और सभा स्थलों का निर्माण किया जाएगा. जो चिल्ड्रन पार्क और सभा स्थल बनाए जाएंगे. उनके नाम देश की महान विभूतियों के नाम पर रखे जाएंगे. जिनमें महारानी आहिल्याबाई, महर्षि परशुराम, राणा सांगा, छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराजा सूरजमल, डॉ. भीमराव आंबेडकर, चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, पृथ्वीराज चौहान, महाराजा अग्रसेन, निषादराज गुहा, स्वामी विवेकानन्द, महाराज मिहिर भोज, कर्पूरी ठाकुर, झलकारी बाई, लक्खीशाह बंजारा समेत अन्य महान विभूती शामिल हैं. इसके साथ ही कुछ स्थानों पर महापुरुषों की मूर्तियां भी लगवाई जाएंगी.


बादशाही बाग का नाम बदलने पर भी सहमतिः जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से फतेहाबाद कस्बा और विधानसभा क्षेत्र का नाम बदलकर 'सिन्दूरपुरम्' करने का प्रस्ताव रखा गया. जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की पाकिस्तान में घुसकर किए गए ऑपरेशन सिंदर की विजयगाथा को समर्पित है. इसके साथ ही फतेहाबाद के बादशाही बाग का नाम बदलकर श्री ब्रहमाबाग करने का भी प्रस्ताव रखा गया. यह भारत की सांस्कृतिक और सामरिक चेतना को दर्शाएगा.


औरंगजेब ने फतेहाबाद नाम रखा थाः बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जब औरंगजेब ने आगरा के पास स्थित सामूगढ के युद्ध में सन् 1658 में अपने सगे भाई दाराशिकोह को हराया था. सामूगढ की जीत के बाद ही औरंगजेब ने फतेहाबाद नाम रखा था. क्योंकि, इसके बाद ही मुगल सल्तनत की कमान औरंगजेब को मिली थी. यह ऐसे में गुलामी के प्रतीक फतेहाबाद कस्बा व फतेहाबाद विधान सभा का नाम बदलकर भारत की जीत के प्रतीक ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर सिन्दूरपुरम् रखा जाए. इसके साथ ही गुलामी का प्रतीक बादशाही बाग का नाम ब्रहमोस मिसाइल जगतपिता ब्रहमा जी के नाम पर श्री ब्रहमाबाग रखने का प्रस्ताव पारित किया गया.


भवन निर्माण में जल संरक्षण अनिवार्यः जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में निर्णय लिए गए कि अब 300 वर्गमीटर से बड़े भवन या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना अनिवार्य है. जिसकी निगरानी की जाएगी. इसके साथ ही जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए पंचायत स्तर पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान शुरू किया जाएगा. जिससे जिले में अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाएगा. जिले में पीने योग्य जल की व्यवस्था के लिए पंचायत की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में आरओ प्लांट्स लगाए जा रहे हैं. शौचालय, स्नानघर, पेयजल संयोजन सहित बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी. सड़कों की मरम्मत, नई सीसी सड़कें, नाली निर्माण और इंटरलॉकिंग के कार्य त्वरित गति किए जाएंगे.


तीन मिनी स्टेडियम से मिलेगा खेलों को नया प्लेटफार्मः जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में बड़ोबरा खुर्द का मिनी स्टेडियम एक माह में तैयार होने की जानकारी दी गई. जिसका लोकार्पण ग्रामीण क्रिकेट लीग से किया जाएगा. इसके साथ ही एत्मादपुर, जैतपुर कलां व मेवली कलां में भी मिनी स्टेडियम बनाए जाएंगे. एत्मादपुर में इंडोर हॉल का निर्माण भी प्रस्तावित है. जिले में भूजल स्तर बढ़ाने के लिए नए जलाशयों का निर्माण और पुराने जलाशयों का गहरीकरण किया जाएगा.


ताज महोत्सव की तर्ज पर होगा बटेश्वर मेला होगाः जिला पंचायत की बोड बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि इस वर्ष बटेश्वर मेला ताज महोत्सव की तर्ज पर मनाया जाएगा. जिला पंचायत अध्यक्ष ने जनप्रतिनिधियों से मेले को भव्य व लोक संस्कृति से भरपूर बनाने के लिए सुझाव व भागीदारी की अपील की है. इसके साथ ही जिले में अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ते हुए पंचायत ने गांवों के प्रमुख स्थलों पर सोलर लाइट लगाने की योजना को अंतिम रूप दिया है. स्वयं सहायता समूहों और वंचित वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए पंचायत उचित स्थानों पर दुकानें बनाकर उपलब्ध कराएगी.


Wednesday, June 04, 2025

'ऑपरेशन सिंदूर' पर बोले CDS चौहान: नुकसान महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि परिणाम मायने रखता है

पुणे: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को कहा कि पेशेवर सेनाएं अस्थायी नुकसान से प्रभावित नहीं होतीं, क्योंकि समग्र परिणाम ऐसे नुकसान से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होते हैं. शीर्ष सैन्य कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान भारत को हजारों जख्म देकर लहूलुहान करने की नीति पर चल रहा है, लेकिन नई दिल्ली ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए सीमापार आतंकवाद के खिलाफ पूरी तरह एक नई लक्ष्मण रेखा खींच दी है.


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सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में अपने संबोधन में जनरल चौहान ने यह बात स्वीकार करने के लिए हो रही अपनी आलोचना को खारिज किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रारंभिक चरण में भारत ने अनिर्दिष्ट संख्या में लड़ाकू जेट विमान खो दिए. उन्होंने कहा, "जब मुझसे हमारी ओर से हुई क्षति के बारे में पूछा गया तो मैंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि परिणाम और आप कैसे कार्य करते हैं, यह महत्वपूर्ण है."चौहान ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि नुकसान और संख्या के बारे में बात करना सही नहीं होगा.

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सीडीएस ने कहा कि युद्ध में यदि नुकसान भी होता है, तो आपको अपना मनोबल बनाए रखना होता है. उन्होंने कहा कि नुकसान महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि परिणाम महत्वपूर्ण हैं. जनरल चौहान ने राजनीति और हिंसा सहित युद्ध के विभिन्न पहलुओं की व्याख्या करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भी युद्ध और राजनीति समानांतर रूप से हो रही थी. उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर द्वारा पहलगाम हमले से कुछ सप्ताह पहले भारत और हिंदुओं के खिलाफ ‘‘जहर उगले जाने’’ का भी उल्लेख किया, ताकि इस बात पर जोर दिया जा सके कि इस्लामाबाद का दृष्टिकोण ‘‘भारत को हजार जख्म देकर लहूलुहान करने का रहा है.

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जनरल चौहान ने कहा कि पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह हद दर्जे की क्रूरता थी. उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे सोच यह थी कि पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद पर नकेल कसी जाए और उस देश को भारत को आतंकवाद का बंधक बनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती. जनरल चौहान ने कहा कि भारत आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल से डरने वाला नहीं है. भारत के सैन्य हमलों के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ठिकानों पर बहुत सोच-समझकर सटीक हमले किए।

शत्रुता समाप्त करने पर सहमति की प्रक्रिया को समझाते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 48 घंटे तक जवाबी कार्रवाई करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह योजना आठ घंटे में ही धराशायी हो गई. उन्होंने भारतीय हमलों के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके चलते पाकिस्तानी पक्ष ने बातचीत की इच्छा जताई. चौहान ने कहा कि 10 मई की रात करीब एक बजे पाकिस्तान ने 48 घंटे में भारत को शिकस्त देने का लक्ष्य बनाया और कई हमले किए.

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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को लगा था कि उसका अभियान 48 घंटे तक चलेगा, लेकिन उसने आठ घंटे में ही हार मान ली और वह बातचीत की इच्छा जताने लगा. जनरल चौहान ने कहा कि, जब पाकिस्तान की ओर से बातचीत और तनाव कम करने का अनुरोध आया तो हमने उसे स्वीकार कर लिया. भारत के समग्र दृष्टिकोण के बारे में उन्होंने कहा, "हमने मानदंड बढ़ा दिए हैं; हमने आतंकवाद को पानी से जोड़ा है, हमने आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की नयी रेखा खींच दी है।

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इंडिया गठबंधन से अलग हुई AAP, सांसद संजय सिंह ने संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए लिखा पत्र

नई दिल्ली: ऑपेरशन सिंदूर के मुद्दे पर इंडिया गठबंधन से अलग-थलग होकर आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं पार्टी ने खुद को इंडिया गठबंधन से अलग कर लिया है. मंगलवार को ही इंडिया गठबंधन की बैठक में इसी मुद्दे पर बैठक कर आगे की रणनीति तय की है. लेकिन, आम आदमी पार्टी इसमें शामिल नहीं हुई. 'आप' ने ऑपरेशन सिंदूर और केंद्र सरकार की ओर से अचानक सीजफायर करने फैसले पर विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है. उनके पत्र में प्रधानमंत्री की ओर से बार-बार देश से संबंधित महत्वपूर्ण चर्चाओं से अनुपस्थित रहने और भारत की संप्रभुता व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम निर्णयों में पारदर्शिता की कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है.


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पत्र में संजय सिंह ने पीएम मोदी से कहा है, मैं एक चिंतित सांसद और भारत की जनता की आवाज के रूप में आपको यह पत्र लिख रहा हूं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर स्पष्टता, नेतृत्व और पारदर्शिता चाहती है. पहलगाम की दुखद घटना के बाद भारतीय सेना ने त्वरित और सराहनीय कदम उठाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके तहत सीमा पार आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया. यह राष्ट्रीय एकता और सैन्य दृढ़ता का क्षण था.

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बैठक में नहीं आए पीएम: उन्होंने कहा, इसके बाद कुछ गंभीर चिंताएं सामने आई हैं, उनपर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है. पहला, सर्वदलीय बैठक में बार-बार अनुपस्थितिः सरकार ने ऑपरेशन के बारे में राजनीतिक दलों को जानकारी देने के लिए दो सर्वदलीय बैठक कीं. अफसोस की बात है कि दोनों में प्रधानमंत्री मोदी मौजूद नहीं थे. उनकी अनुपस्थिति को सभी दलों और इससे भी ज्यादा देश की जनता इस महत्वपूर्ण समय में अपने नेता से मजबूत और एकजुट उपस्थिति की उम्मीद करती थी. बैठक में पीएम के उपस्थित न रहने की वजह से सभी को निराशा हुई.

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दूसरा, विदेशी दबाव में अचानक सीजफायर का ऐलान, जब ऑपरेशन सिंदूर तेजी से आगे बढ़ रहा था और भारतीय सेना को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) वापस लेने की मजबूत स्थिति में देखा जा रहा था, तब अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक ट्वीट से सीजफायर की खबर आई. डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान दोनों को व्यापार न करने की धमकी दी, जिसके बाद सीजफायर हुआ. तीसरा प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई जवाब नहीं आया. अमेरिकी राष्ट्रपति के सीजफायर को लेकर आए कई सार्वजनिक बयानों और ट्वीट्स के बावजूद प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई खंडन या स्पष्टीकरण नहीं आया. इस चुप्पी ने कई सवाल खड़े किए हैं और भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जनता का भरोसा खत्म हुआ है.

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संजय सिंह ने कहा कि इन घटनाओं ने 144 करोड़ भारतीयों के मन में सीजफायर के फैसले और सरकार की विदेश नीति के रुख को लेकर सवाल खड़े किए. इस महत्वपूर्ण समय में पारदर्शिता और नेतृत्व की कमी ने हमारी संप्रभुता की छवि को नुकसान पहुंचाया है. इन्हीं सबके मद्देनजर, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर फैसले पर व्यापक जानकारी देने के लिए तुरंत विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है, ताकि संवैधानिक संस्थाओं में जनता का विश्वास बहाल हो सके. उन्होंने कहा मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि इस मौके पर सामने आएं और संसद के जरिए देश को संबोधित करें.

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इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था: उधर, इंडिया गठबंधन की बैठक पर मंगलवार को प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने कहा कि इंडिया गठबंधन का गठन विशेष रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए किया गया था. गठबंधन की वजह से विपक्षी दलों को 240 सीटें मिलीं, जोकि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. देश की राजनीति में सबसे बड़ा धोखा वो है जो पर्दे के पीछे खेला जा रहा है. जनता के सामने बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे के विरोधी बनने का नाटक करते हैं, लेकिन असल में दोनों ने आपस में गुप्त गठबंधन कर रखा है.

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ये गठबंधन न वैचारिक है, न सैद्धांतिक: अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी वही बोलते हैं, जो मोदी जी को राजनीतिक रूप से फायदा पहुंचाए. चाहे संसद में चर्चा हो या मीडिया की हेडलाइन, कांग्रेस का हर कदम बीजेपी को लाभ देने वाला होता है और बदले में बीजेपी सरकार गांधी परिवार और कांग्रेस के भ्रष्ट नेताओं को जेल जाने से बचाती है.

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इनकी राजनीति मुद्दे की नहीं: उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ सिर्फ़ सत्ता में बने रहने का नहीं, बल्कि देश की जनता को बेवकूफ बनाने का गठबंधन है. ये दोनों दल जनता की बुनियादी ज़रूरतों, जैसे अच्छी शिक्षा, बेहतर अस्पताल, सस्ती बिजली, स्वच्छ पानी की बात नहीं करते, क्योंकि इनकी राजनीति इन मुद्दों से नहीं चलती. इनकी राजनीति झूठ, आरोप-प्रत्यारोप और नफरत पर टिकी हुई है।

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Monday, May 12, 2025

सेना के जवान सुनील कुमार का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री के 25 वर्षीय राइफलमैन सुनील कुमार का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव त्रेवा पहुंच, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. वह आरएस पुरा सेक्टर में तैनात रहते हुए पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गए थे. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उनके घर शोक व्यक्त करने पहुंचे.


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इससे पहले रविवार को जम्मू कश्मीर एडिमिनिस्ट्रेशन सर्विस के अधिकारी राज कुमार थापा की मौत हो गई, जो इस सप्ताह की शुरुआत में राजौरी में सीमा पार से हुई गोलीबारी के कारण अपने आवास पर पाकिस्तानी गोला गिरने से मारे गए थे. जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा और अन्य लोगों ने अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा को श्रद्धांजलि दी. जम्मू में आयोजित उनके श्रद्धांजलि समारोह में सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ कई प्रशासनिक और राजनीतिक नेता भी शामिल हुए थे.

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थापा के परिवार से मिले सीएम अब्दुल्ला

इस बीच शनिवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने थापा के परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, "डॉ राज कुमार थापा के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं, जिन्होंने आज पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी. उनकी सेवा और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है."

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महबूबा मुफ्ती ने जताया दुख

वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी थापा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने थापा के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

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Saturday, May 10, 2025

'भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे...', चीन बोला- हम आतंकवाद का विरोध करते हैं

नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच भारतीय सेना ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करते हुए कई हमले किये जिन्हें प्रभावी ढंग से विफल कर दिया गया। भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करके बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम समझौते का कई बार उल्लंघन किया। सेना ने कहा कि सभी नापाक इरादों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा। इस सबके बीच चीन का बयान भी सामने आया है।


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भारत-पाकिस्तान तनाव पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कल कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही स्थिति पर कल चीन की स्थिति साझा की है। चीन मौजूदा घटनाक्रमों से चिंतित है। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। वे दोनों चीन के पड़ोसी भी हैं। चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में कार्य करने, संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने, शांत रहने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं जो स्थिति को और जटिल बना सकती है। हम मौजूदा तनाव को कम करने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए शेष अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।”

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भारत-पाक तनाव पर क्या बोला अमेरिका

वहीं, दूसरी ओर भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने कहा है कि वह ऐसे युद्ध में शामिल नहीं होगा जिससे उसका कोई वास्ता नहीं है’। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बृहस्पतिवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अमेरिका नियंत्रित नहीं कर सकता लेकिन वह परमाणु-शक्ति संपन्न दोनों पड़ोसियों से तनाव कम करने की अपील कर सकता है। वेंस ने कहा, ‘‘देखिए, हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं परमाणु शक्तियां आपस में टकरा न जाएं और कोई बड़ा संघर्ष न हो जाए।’’ वेंस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के हवाले से कहा कि वाशिंगटन चाहता है कि तनाव जल्द से जल्द कम हो। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम इन देशों को नियंत्रित नहीं कर सकते। भारत को पाकिस्तान से कुछ शिकायतें हैं। पाकिस्तान ने भारत को जवाब दिया है। हम इन लोगों से अपील कर सकते हैं कि वे तनाव को कुछ कम करने की कोशिश करें लेकिन हम युद्ध के बीच में नहीं पड़ने जा रहे। इससे वास्तव में हमारा कोई लेना देना नहीं है।’’

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भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में बुधवार को नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि भारत में सैन्य अड्डों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार देर रात जारी बयान में कहा, ‘‘आज जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुरूप ‘काइनेटिक’ और ‘नॉन-काइटनेटिक’ क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से निष्प्रभावी कर दिया गया।’’ 

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भारत-पाक तनाव पर राजस्थान के नेताओं का संदेश- “हम पहले भी जीते थे, अब भी जीतेंगे

जयपुर: भारत-पाक तनाव के बीच राजस्थान से उठी राष्ट्रभक्ति की आवाज़—सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों ने दिखाई एकजुटता और सेना के समर्थन में दिया सशक्त संदेश। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने देशवासियों से संयम और सतर्कता बरतने की अपील करते हुए सेना के पराक्रम पर भरोसा जताया। नेताओं ने कहा कि भारतीय सेना हर हालात से निपटने में पूरी तरह सक्षम है और पाकिस्तान को माकूल जवाब दे रही है। सोशल मीडिया पर संदेशों के जरिए जनता से अफवाहों से बचने और एकजुट रहने का आग्रह किया गया।


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पूर्व मुख्यमंत्री-अशोक गहलोत: भारत पहले भी पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चुका

भारतीय सेना हर तरह की परिस्थितियों से निपटने में सक्षम है। राजस्थान की सीमा पर भी पाकिस्तान की हरकतों का सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। मेरा सभी प्रदेशवासियों से आग्रह है कि बिल्कुल न घबराएं, धैर्य के साथ सतर्क और सावधान रहें एवं सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। सेना दुश्मन को मुंहतोड़ जबाव दें, आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में पक्ष-विपक्ष एक हैं एवं पूरा देश सेना और सरकार के साथ है। भारत पहले भी पाकिस्तान के दो टुकड़े कर चुका है और अब भी हमारी एकता और सेना के शौर्य से हमारी जीत निश्चित है।

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भारतीय सेना के होते हुए किसी नागरिक को सुरक्षा का कोई ख़तरा नहीं है। सेना का अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम पाकिस्तान के परखच्चे उड़ाकर उसे दुनिया के नक्शे से मिटा सकता है। भारत की जांबाज सेना दुश्मन के मंसूबों को मिट्टी में मिलाने और आतंकवाद का सफाया करने में पूरी तरह समर्थ और समक्ष है। मेरा सभी प्रदेशवासियों से आग्रह है कि बिल्कुल न घबराए, धैर्य के साथ सतर्क और सावधान रहें एवं सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। साथ ही प्रदेश के ज़िम्मेदार नागरिक, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, पत्रकार और मीडिया संस्थानों से अपेक्षा है कि किसी भी अपुष्ट व भ्रामक ख़बर को प्रसारित न करें। सेना दुश्मन को मुंहतोड़ जबाव दें, आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में पूरा देश सेना और सरकार के साथ है। भारत के 15 शहरों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले को भारतीय सेना ने ‘सुदर्शन चक्र’ एस-400 से नाकाम करते हुए लाहौर और कराची में पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को किया तबाह…हर नापाक इरादे का मुंहतोड़ जवाब देगा भारत। 

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शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने गुरुवार देर रात एक्स पर लिखा. आप सभी को सूचित किया जाता है कि पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में प्रशासन द्वारा रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस संदर्भ में निवेदन है कि हम सभी प्रशासन का सहयोग करें, हमारी सेना पर भरोसा रखें। हम वही लोग हैं जिसके पुरखों ने 1965 और 1971 के युद्ध में हमारी सीमाओं को एक कवच प्रदान किया था। आज फिर देश को हमारी जरूरत है। हम सब एक दूसरे की ताकत बनें। सभी से अनुरोध है कि धैर्य बनाएं रखें। संयम और साहस का परिचय दें। हमारी सेना सीमा पर मजबूत हैं। हमें भी एक अनौपचारिक सैनिक बन कर राष्ट्र की सेवा करनी है। प्रशासन का सहयोग करे और अफवाह ना फैलाएं।

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राजस्थान बॉर्डर पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान में है टेंशन, रविंद्र सिंह भाटी ने भारत-PAK तनाव पर कही ये बाते

जोधपुर: भारत-पाकिस्तान की सीमा पर जारी तनाव को लेकर राजस्थान के निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी शिव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत की फौज पाकिस्तान नाम की चिड़िया को पूरी तरह से खत्म करने वाली है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर एरिया में नहीं बल्कि पाकिस्तान में टेंशन बढ़ी है। इस दौरान निर्दलीय विधायक ने भारत के अंदर राजस्थान के लोगों से अफवाहों से दूर रहने की बात कही है।


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फिर पकड़ा पाकिस्तान का झूठ: भारत के राफेल फाइटर जैट को गिराने का पाकिस्तान का दावा झूठा

दरअसल, जब निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी से पूछा गया कि सीमा क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। ऐसे में वे उन क्षेत्रों के लोगों और वहां के युवाओं से क्या कहेंगे ? इस सवाल का जवाब देते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि देखिए सीमा क्षेत्र में तनाव नहीं बढ़ा है। पाकिस्तान में तनाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह से ड्रोन को नष्ट किया गया है मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में भारतीय सेना पाकिस्तान नाम की चिड़िया को पूरी तरह से खत्म कर देगी।

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क्षेत्र के लोगों की क्या है जिम्मेदारी

भाटी ने कहा कि ऐसे में हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। इसके अलावा सरकारी की तरफ से जो निर्देश हमें मिल रहे हैं उनका पूरी तरह से पालन करें। क्षेत्र के निवासियों से बात की है। निश्चित रूप से यह क्षेत्र के निवासियों के साथ लगातार संपर्क में है और सब कुछ सामान्य है और साथ ही राज्य सरकार बहुत संवेदनशील है और बहुत से लोगों से चिंता व्यक्त कर रही है।

बॉर्डर के लोग सेना के साथ

विधायक ने कहा कि उनका विशेष रूप से कहना है कि अगर किसी भी स्थिति के बारे में कोई समस्या है, तो हमें बताएं। केंद्र सरकार, राज्य सरकार और भारतीय सेना सभी तैयार हैं। नागरिक जो सीमा पर रहते हैं वे पूरी तरह से इस देश के लिए सब कुछ कर गुजरने के लिए तैयार हैं।

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ब्लैक आउट पर क्या बोले भाटी

पश्चिमी सीमा पर तनाव बढ़ने की बात पर भाटी ने कहा कि मैं जनता से निवेदन करना चाहूंगा कि हमें जो भी निर्देश मिल रहे हैं, चाहे ब्लैकआउट के बारे में हो या विभिन्न चीजों के लिए, हमें उनका पूरी तरह से पालन करना चाहिए। कहीं भी यह आपकी अपनी लापरवाही के कारण नहीं होना चाहिए। इस देश को इस क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

नई पीढ़ी के लिए नई स्थिति

विधायक ने कहा कि नई पीढ़ी के लिए यह स्थिति एक नई चीज है, मैं कह सकता हूं कि हमारी उम्र के युवाओं के लिए ऐसा समय पहली बार आया है। लेकिन निश्चित रूप से यह बहुत महत्वपूर्ण भी था। पहलगांव के इस कायरतापूर्ण हमले के बाद, अगर हमने मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया होता, तो कुछ और लोग भारत की तरफ आंख उठाकर देखने की हिम्मत कर लेते। लेकिन ये हमले जो आज और कल हो रहे हैं, जिनका जवाब दिया जा रहा है। निश्चित रूप से भविष्य में कोई भी देश भारत की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले चार बार सोचेगा।

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1965 और 1971 दोहराने को तैयार

उन्होंने कहा हम भारतीय सेना के जवानों को सलाम करता हूं और उनके साहस की प्रेरणा देता हूं। निश्चित रूप से हमारी भारतीय सेना हर चीज का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है और खास तौर पर हम जो पश्चिमी राजस्थान के उस कोने में बैठे हैं, हमारे सभी नागरिक 1965 और 1971 का इतिहास दोहराने के लिए तैयार हैं। जहां भी भारतीय सेना को जरूरत पड़ेगी। हमारे लोग सैनिकों की तरह उनके साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और देश की सीमा को मजबूत करने के लिए हमें जो भी कीमत चुकानी पड़ेगी, हम इस देश को सुरक्षित रखेंगे। इस दौरान उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा की भी तारीफ की।

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