Latest News

Varanasi News
Purvanchal News

Gallery

Breaking News

Election

News

Recent Posts

Saturday, July 27, 2024

आधीरात में एसीपी सारनाथ डॉक्टर अतुल अंजान त्रिपाठी की कार्यवाही है मचा हड़कंप

वाराणसी: खनन विभाग और एसीपी सारनाथ की संयुक्त रूप से सारनाथ थाना क्षेत्र के संदाहा के पास अवैध खनन और अवैध रूप से चल रहें ट्रैक्टर - ट्रॉली के खिलाफ कार्यवाही की गई। इस दौरान कार्यवाही की खबर मिलते ही अवैध रूप से चल रहे ट्रैक्टर ट्राली वालो में खलबली मच गई और ज्यादातर मौके से फरार हो गए।

यह भी पढ़े: संदाहा में ओमप्रकाश यादव एवं अन्य के द्वारा किये जा रहे अवैध प्लाटिंग पर चला विकास प्राधिकरण का बुलडोजर

बिना नंबर प्लेट के कई ट्रैक्टर और व्यवसायिक वाहनों का हुआ चालान

रात होते ही यमराज बन 4 से 5 टन मल लादे ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ बेखौफ चलते है। जिससे आए दिन दुर्घटना की खबरे आती रहती है, सबसे बड़ी बात यह है नंबर न होने की वजह से इनको खोज पाना भी पुलिस के लिए मुश्किल होता है। इसी क्रम में सड़कों पर दौड़ रही बिना नंबर के ट्रैक्टरों पर भी कार्यवाही की गई। इनमें से कई का चलन हुआ तो कई को सीज किया गया। कई व्यवसायिक वाहनों जैसे ट्रक, लोडर की जांच में दस्तावेज में मिली कमी पर चालान करते हुए कमी को पूरा करने का निर्देश दिया गया।


बता दें कि बीते दिनों सारनाथ थानांतर्गत चंद्रा चौराहे के पास सुबह सुबह एक बच्चे की स्कूल जाते समय नो एंट्री में बालू लदे ट्रक की चपेट में आने से एक 15 वर्षिय छात्र भावेश की दर्दनाक मौत हो गई।

मौके पर पहुंचे एसीपी सारनाथ डॉक्टर अतुल आज्ञा त्रिपाठी से स्थानीय लोगों ने बताया कि नो एंट्री के समय में भी ट्रैकों का आना-जाना बदस्तूर जारी रहता है और आशापुर से पुराना पुल और संडास ट्रैक्टरों पर बालू और हिट लकड़ मंडी लगती है जो कि धरने से पूरे दिन आते जाते हैं जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है साथ ही साथ ट्रैक्टरों के ड्राइवर भी ज्यादातर मजदूरी होते हैं जो कि अक्सर दुर्घटना का सबक बढ़ाते हैं।

Friday, July 26, 2024

संदाहा में ओमप्रकाश यादव एवं अन्य के द्वारा किये जा रहे अवैध प्लाटिंग पर चला विकास प्राधिकरण का बुलडोजर

वाराणसी: विकास प्राधिकरण की टीम ने बगैर मानचित्र स्वीकृत कराए निर्मित हो रही अवैध प्लाटिंग को जेसीबी मशीन लगाकर निर्माण ध्वस्त करा दिया। इससे बिल्डरों और कोलोनिजरों में खलबली मची रही।


यह भी पढ़े: 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते SDO ऑफिस का क्लर्क गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा

आपको बता दें कि सारनाथ वार्ड के अन्तर्गत स्थित मौजा संदाहा में ओम प्रकाश यादव एवं अन्य के द्वारा लगभग 2 बीघा में बिना ले-आउट स्वीकृत करवाए अवैध प्लाटिंग विकसित की जा रही थी.  इसकी शिकायत मिलने पर जोनल अधिकारी संजीव कुमार अवर, अवर अभियन्ता जे0 पी0 गुप्ता के नेतृत्व में प्रवर्तन दल मौके पर पहुंचा। पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी मशीन लगाकर अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करा दी गई।

यह भी पढ़े: सर्किट हाउस में पत्रकारों के अंदर जाने पर रोक का सरकारी फरमान जारी, पत्रकारों ने किया पत्रकार वार्ता का बहिष्कार

वीडीए उपाध्यक्ष ने लोगों से अपील किया कि विकास प्राधिकरण से ले-आउट अथवा मानचित्र स्वीकृत कराए बिना किसी भी प्रकार का निर्माण करें, अन्यथा की दशा में प्राधिकरण की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़े: अग्निवीरों के लिए योगी आदित्यनाथ सहित दो और मुख्यमंत्रियों ने किया बड़ा ऐलान

10 हजार रुपए की रिश्वत लेते SDO ऑफिस का क्लर्क गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा

वाराणसी। एंट्री करप्शन टीम ने शुक्रवार को बिजली विभाग के एक क्लर्क को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। क्लर्क ने एक उपभोक्ता से नया बिजली कनेक्शन लगवाने के लिए 10 हजार रुपए की डिमांड की थी। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से पूरे विभाग में हड़कंप मचा रहा। टीम ने उसके दफ्तर की भी तलाशी ली। 


यह भी पढ़े: सर्किट हाउस में पत्रकारों के अंदर जाने पर रोक का सरकारी फरमान जारी, पत्रकारों ने किया पत्रकार वार्ता का बहिष्कार

कार्रवाई की सूचना पर विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम आरोपी क्लर्क को लेकर सारनाथ थाने पहुंची। जहां उसके खिलाफ विभिन्न अभियोगों में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने रुपए और डॉक्यूमेंट को सील कर आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया।

जानकारी के मुताबिक, चौक थाना अंतर्गत भुलेटन के रहने वाले कुलदीप कुमार बरनवाल ने उपखंड कार्यालय लेढूपुर में नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। फाइल के बाद उसने विभाग की ओर से मांगे गए दस्तावेज भी उपलब्ध कराए और सर्वे भी कराया। इसके बाद कार्यालय पहुंचा तो एसडीओ के लिपिक बृजेश कुमार ने फाइल को आगे बढ़ाने से मना कर दिया।

क्लर्क ने नए कनेक्शन का एप्रूवल रिपोर्ट बनाने और फाइल को अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये रिश्वत मांगे। बृजेश ने सरकार की ओर से कनेक्शन फ्री देने की बात भी कही, लेकिन लिपिक ने एक भी नहीं सुनी। लिपिक ने कहा कि कि बिना रुपये दिए फाइल नहीं बढ़ेगी।

यह भी पढ़े: अग्निवीरों के लिए योगी आदित्यनाथ सहित दो और मुख्यमंत्रियों ने किया बड़ा ऐलान

कुलदीप बरनवाल ने 11 जुलाई को इंडस्ट्रियल एरिया में नए कनेक्शन का आवेदन किया था, इसके बाद 12 जुलाई को लिपिक बृजेश कुमार ने पैनकार्ड, आधार कार्ड और हाउस टैक्स की कॉपी मांगी। अगले दिन सर्वे की बात कही और 16 जुलाई को कनेक्शन के लिए आपत्ति लगा दी।

इसके बाद आवेदनकर्ता कुलदीप बरनवाल ने जेई अनूप कुमार से मुलाकात की और फिर से सर्वे कराने की गुहार लगाई। जेई भी कुलदीप के साथ उसकी फैक्ट्री पर पहुंचे और दूरी का हवाला देते हुए कनेक्शन देने से मना कर दिया। जेई ने बताया कि ट्रांसफार्मर से दूरी अधिक है जबकि आवेदनकर्ता ने 50 मीटर दूर ट्रांसफार्मर से कनेक्शन देने की बात कही।

यह भी पढ़े: इन राशि के जातकों की चमकेगी किस्मत, बिजनेस में होगा बंपर लाभ, पढ़ें क्या कहते हैं आपके सितारे

10 हजार रुपए में हुई थी डील

जेई ने आपत्ति हटाने और एप्रूवल के लिए लिपिक बृजेश कुमार से मिलने का निर्देश दिया। कुलदीप बरनवाल से लिपिक ने 12717 रुपए फीस और 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी, जिसके बाद ही फाइल आगे बढ़ाने की बात कही। दोनों के बीच चर्चा के बाद 10 हजार रुपए में बात तय हुई, 26 तारीख को रुपये लेकर 12 बजे लेढूपुर आफिस में

दूसरी ओर, पीड़ित ने एंटी करप्शन के आफिस में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई और पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद इंस्पेक्टर मैनेजर सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नीरज सिंह और राकेश सिंह समेत 10 लोगों की टीम बनाई गई जो 11 बजे लेढूपुर आफिस पहुंच गई

कुलदीप भी कुछ देर बाद एसडीओ आफिस लेढूपुर पहुंच गया और लिपिक से जाकर मिला। उसने लिपिक को 10 हजार रुपये थमाएं, वहीं अंदर आए अधिकारियों ने लिपिक बृजेश कुमार को दबोच लिया। उसने भागने का प्रयास किया लेकिन हिरासत में लेकर सारनाथ थाने लगाया गया और केस दर्ज कर कोर्ट पेश किया। उसके पास से मिले रुपए और हाथ धुलवाए गए पानी को सील कर दिया गया है।

यह भी पढ़े: अगर निजी पैथालॉजी वाले डेंगू की जांच 600 रुपये से अधिक लेंगे तो होगी कार्यवाही- CMO

Video