नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच भारतीय सेना ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करते हुए कई हमले किये जिन्हें प्रभावी ढंग से विफल कर दिया गया। भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करके बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम समझौते का कई बार उल्लंघन किया। सेना ने कहा कि सभी नापाक इरादों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा। इस सबके बीच चीन का बयान भी सामने आया है।
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भारत-पाकिस्तान तनाव पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कल कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही स्थिति पर कल चीन की स्थिति साझा की है। चीन मौजूदा घटनाक्रमों से चिंतित है। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। वे दोनों चीन के पड़ोसी भी हैं। चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में कार्य करने, संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने, शांत रहने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं जो स्थिति को और जटिल बना सकती है। हम मौजूदा तनाव को कम करने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए शेष अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।”
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भारत-पाक तनाव पर क्या बोला अमेरिका
वहीं, दूसरी ओर भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने कहा है कि वह ऐसे युद्ध में शामिल नहीं होगा जिससे उसका कोई वास्ता नहीं है’। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बृहस्पतिवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अमेरिका नियंत्रित नहीं कर सकता लेकिन वह परमाणु-शक्ति संपन्न दोनों पड़ोसियों से तनाव कम करने की अपील कर सकता है। वेंस ने कहा, ‘‘देखिए, हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं परमाणु शक्तियां आपस में टकरा न जाएं और कोई बड़ा संघर्ष न हो जाए।’’ वेंस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के हवाले से कहा कि वाशिंगटन चाहता है कि तनाव जल्द से जल्द कम हो। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम इन देशों को नियंत्रित नहीं कर सकते। भारत को पाकिस्तान से कुछ शिकायतें हैं। पाकिस्तान ने भारत को जवाब दिया है। हम इन लोगों से अपील कर सकते हैं कि वे तनाव को कुछ कम करने की कोशिश करें लेकिन हम युद्ध के बीच में नहीं पड़ने जा रहे। इससे वास्तव में हमारा कोई लेना देना नहीं है।’’
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भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में बुधवार को नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि भारत में सैन्य अड्डों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार देर रात जारी बयान में कहा, ‘‘आज जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुरूप ‘काइनेटिक’ और ‘नॉन-काइटनेटिक’ क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से निष्प्रभावी कर दिया गया।’’
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