वाराणसी: प्रयागराज के बीच बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए अब एक नया वैकल्पिक हाईवे बनाया जाएगा. मौजूदा छह लेन सड़क पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है, जिससे यात्रियों को जाम का सामना करना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना की तैयारी का निर्देश दिया है.
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160 किमी का होगा नया एक्सप्रेसवे
नई सड़क वाराणसी से मीरजापुर होते हुए प्रयागराज तक गंगा नदी के किनारे बनेगी और इसकी लंबाई करीब 160 किलोमीटर होगी. इस परियोजना की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का काम शुरू हो चुका है. इसके तहत परियोजना की व्यवहार्यता, जोखिम, लागत और संभावित लाभों का आकलन किया जा रहा है. रिपोर्ट में यह भी तय किया जाएगा कि सड़क को दो लेन बनाया जाए या चार लेन.
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एक वर्ष में पूरा हो सकता है DPR
NHAI आधुनिक उपकरणों जैसे सिमुलेशन सॉफ्टवेयर, जीपीएस, जीआईएस और थियोडोलाइट का उपयोग कर सड़क की एलाइनमेंट तय कर रहा है. एक वर्ष में DPR को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है. ट्रैफिक लोड, भूखंडों की प्रकृति, क्षेत्रफल और लोगों की आवाजाही की इच्छा जैसे बिंदुओं पर विस्तृत अध्ययन किया जा रहा है.
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मल्टीमॉडल टर्मिनल से जोड़ने की भी योजना
NHAI के पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. आर्या ने बताया कि मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और काम तेजी से चल रहा है. इस परियोजना को रामनगर स्थित मल्टीमॉडल टर्मिनल से भी जोड़ा जा सकता है. इससे सड़क और जलमार्ग दोनों के संयोजन से परिवहन व्यवस्था Rऔर मजबूत होगी।
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