वाराणसी: 2014 से अब तक कई गंभीर धाराओं में अभियुक्त रहे सुनील यादव के ऊपर 2013 और 2023 में दो बार गुंडा एक्ट की कार्यवाही हुई है और उनके सगे भतीजे रोहित पर 2023 में और मोहित पर अभी चल रहा है।
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लेकिन सुनील यादव के ऊपर अभी तक जिला बदर की कार्यवाही नहीं हुई जबकि उनके साथ रहने वाले सुजीत यादव ने उनके इन कृत्यों में उनका साथ देने से मना कर दिया तो सुनील यादव ने अपने पहचान का उपयोग करते हुए सुजीत यादव के ऊपर महज चार मुकदमे में साथ रहने की वजह से सुजीत यादव के ऊपर चौबेपुर पुलिस के साथ मिलकर जिला बदर की कार्यवाही करवा दिया।
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इस बाबत जब सुजीत यादव से उक्त बातों को लेकर बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मैने खुद सुनील यादव पर अब तक जितने भी मुकदमे दर्ज हुए है उनकी पूरी लिस्ट अपने आवेदन के साथ एक बार नहीं तीन बार पुलिस कमिश्नर को दिया है. लेकिन सुनील यादव के ऊपर जिला बदर की कार्यवाही नही हुई।
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आपको बता दें कि मेरी किस्मत खराब थी या सुनील यादव के जो पैरवीकार थे उनकी ताकत जब भी पुलिस कमिश्नर के यहां से चौबेपुर में मेरा आवेदन आता था तो चौबेपुर पुलिस उल्टा मेरे ही खिलाफ रिपोर्ट लगा कर भेज देती थी। इससे यह पूर्णतया सिद्ध होता है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जितनी भी कोशिश कर लें। यह विभाग कभी भी नहीं सुधर सकता है।
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तो वहीं शिकायतकर्ता कहना है कि जब तक मैं इनको सजा नहीं दिलवा देता तब तक मैं शांत नहीं बैठने वाला हूं। क्योंकि मेरे साथ पुलिस खास करके चौबेपुर की पुलिस ने सुनील यादव के प्रभाव में आकर मेरे ऊपर यह कार्यवाही करवाया है जब तक इसमें शामिल अधिकारी और कर्मचारी को सजा नहीं मिल जाती मै चैन से नहीं बैठूंगा,
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