सुल्तानपुर: दहेज़ लोभियों के हठ ने एक और सुहागन की उम्मीदों का गला घोंट दिया. दहेज़ में साढ़े पांच लाख नकद लेने के बाद भी कार नहीं मिली तों दूल्हा बारात लेकर वापस चला गया. मामला धम्मौर थाने के सरैयां गांव का है. वधु पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने वर पक्ष के कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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सरैयां गांव निवासी अरविंद कुमार मिश्रा ने अपनी बेटी साक्षी मिश्रा(सोनम) की शादी मटेरा घनियापुर अमेठी निवासी सचिन मिश्रा पुत्र प्रेम कुमार से की थी. सचिन मिश्रा गौरीगंज स्थित एक विद्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत है. अरविन्द मिश्रा ने 5 लाख नगद वह 51 हजार रुपये बरीक्षा के रूप में नगद दिया था.
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तय कार्यक्रम के अनुसार 30 अप्रैल की शाम करीब 7 बजे बारात सरैया गांव पहुंची. बारातियों की खूब आव भगत की गई. द्वार पूजा के बाद डाल पूजा की रस्म अदायगी के वक्त लड़की के लिए वर पक्ष द्वारा कोई गहना वगैरह नहीं लाने पर घर वालों ने पूछताछ की तो दूल्हे के परिवार जन भड़क गए. मांग करने लगे कि जब तक उन्हें चार पहिया गाड़ी वह लड़की का पूरा गहना वधू पक्ष की तरफ से नहीं दिया जाता विवाह नहीं होगा.
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अरविन्द ने बताया की बातचीत हो ही रही थी की दूल्हे के एक रिश्तेदार मनोज मिश्र ने कहा की बन्दूक लाओ और सभी को गोली मार दो. इससे घराती डर गये. इसके बाद बाराती सभी बिना शादी किये ही लौट गए. अगले दिन मामले की लिखित जानकारी थाने पर दी गयी. वहां पहुंची लड़के की मा मीरा देवी भी धमकी देने लगी. थाना प्रभारी अंजू मिश्रा ने बताया की सचिन, मीरा, मनोज, अभय व सचिन के मामा समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जाँच की जा रही है।
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