वाराणसी: पुलिस आयुक्त के चोरी/लूट/नकबजनी की घटनाओ के सफल अनावरण एवं वांछित/फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन व पुलिस उपायुक्त क्राइम के निर्देशन में अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन/क्राइम के पर्यवेक्षण में एवं सहायक पुलिस आयुक्त रोहनिया के नेतृत्व में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य व मुखबिर की सहायता से थाना रोहनिया व क्राइम ब्रांच वाराणसी की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मु0अ0सं0-0083/2024 धारा 379, 411, 413, 420, 467, 468, 471 भा0द0वि0 थाना रोहनिया कमि0 वाराणसी से संबंधित वांछित शातिर अभियुक्तों कमाल आसिफ पुत्र स्व0 अब्दुल सकूर निवासी CA/5 ASTP साउथ धदका थाना नार्थ आसनसोल पश्चिम बगांल जनपद पश्चिम वर्धमान व दूसरा पता कमला काम्पलेक्स IInd फ्लोर इस्लामपुर थाना साउथ आसनसोल जनपद पश्चिम वर्धमान आसनसोल पश्चिम बंगाल, राकेश कुमार यादव पुत्र रामसुख यादव निवासी ग्रा0 रामपुर पो0 काँपा थाना कोतवाली नगर जनपद प्रतापगढ और अनिल कुमार यादव पुत्र प्यारे लाल यादव निवासी ग्रा0 गोडे चवल पो0 माधोगंज थाना कोतवाली नगर जनपद प्रतापगढ को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के कब्जे से कुल 04 अदद चार पहिया वाहन, 06 अदद ईसीएम, 06 अदद इग्नीशन सेट मय चाभी, 08 अदद लाक बीसीएम, 02 अदद वाई फाई राउटर, कटर, फास्टटैग, स्टील प्लेट व चेचिस नम्बर बनाने का फार्मा बरामद हुआ । उक्त गिरफ्तारी/बरादमगी के सम्बन्ध में थाना रोहनिया पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
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अभियुक्त कमाल आसिफ ने
पूछताछ करने पर बताया कि यह महिन्द्रा थार गाड़ी चोरी की है। मेरे दो दोस्त अनिल
कुमार यादव व राकेश कुमार यादव यह गाड़ी वाराणसी उत्तर प्रदेश से चोरी करके यहाँ
आसन सोल पश्चिम बंगाल मे मेरे पास लगभग 2 महीने पहले लाए थे। फिर हम तीनो ने मिलकर
गाड़ी के चेचिस नम्बर व इंजन नम्बर को मिटा कर दूसरा चेचिस नम्बर मशीन के माध्यम
से मार्क कर दिया व इंजन नम्बर भी बदल दिया ताकि कोई भी इस गाड़ी के असली नम्बर को
जान न सके व गाड़ी के चारो पहियें, स्टेफनी व स्टेयरिगं को
भी बदल दिया एवं यह गाड़ी मैनुअल थी इसका इंजन व कुछ पार्ट्स को बदल कर हमने इसे
आटोमेटिक कर दिया, जिससे यह पूरी गाड़ी बदल गयी है जिससे इसे कोई पहचान न सकें । मैने इस गाड़ी
के बदले में अनिल व राकेश को दो लाख रुपये भी दिया था । अनिल व राकेश उत्तर प्रदेश
से कई गाड़िया चुरा कर यहाँ लाए हैं और हम तीनों लोग मिलकर सभी गाड़ियों के चेचिस
नम्बर व इंजन नम्बर व गाड़ियो के कुछ हिस्से-पुर्जो को बदलकर व फर्जी कूटरचित
दस्तावेज तैयार करके मै राकेश व अनिल से इन्हे खरीद लेता हूँ फिर चोरी की सभी
गाड़ियों को अलग-अलग शहरो व राज्यो मे बेच देता हूँ । इस गाड़ी को मै अभी अपने
प्रयोग के लिए रखे था।
अभियुक्त राकेश कुमार
यादव व अनिल कुमार यादव ने पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग धनबाद झारखण्ड मे
सपरिवार किराये के फ्लैट मे रहते है और वही पर आसनसोल के रहने वाले कमाल आसिफ से
हमारी दोस्ती हो गयी। हम लोग इन्ही दोनो चार पहिया वाहन बलेनो व स्विफ्ट डिजायर से
अलग-अलग स्थानो पर जाकर इन सभी ईसीएम,बीसीएम,लाक सेट की
सहायता से चार पहिया गाडियो के लॉक खोलकर चोरी करके वाहनो को आसनसोल पश्चिम बंगाल
मे अपने दोस्त कमाल आसिफ के पास ले जाकर गाडियो के चेचिस नम्बर व इंजन नम्बर बदलकर
व अन्य पुर्जो को बदलकर अलग-अलग शहरो व राज्यो मे बेंच देते है और उनसे मिले पैसों
को हम लोग आपस मे बांट लेते है तथा उसी से अपना खर्च चलाते है । करीब 02 माह पहले
लठिया बाईपास वाराणसी के पास से एक थार गाडी को इसी बलेनो गाडी से आकर हम दोनो रात
मे चोरी करके प्रतापगढ ले गये व नम्बर प्लेट निकाल कर फेक दिये,फिर वहाँ से
पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले मे अपने दोस्त कमाल आसिफ के पास ले जाकर उसकी मदद से
गाड़ी का चेचिस नम्बर, इंजन नम्बर और सभी पहिया स्टेरिंग व गाडी को मैनुअल से आटोमैटिक करके कमाल
आसिफ से 02 लाख रूपये एडवांस लेकर चले आये थे, जो खर्च हो चुके है और
उससे कहे थे कि गाडी बिकने के बाद हम लोग का हिसाब हो जायेगा परन्तु हम लोगो को
जानकारी मिली कि हमारे दोस्त कमाल आसिफ को आसनसोल मे पुलिस ने पकड़ कर गाडी बरामद
कर ली है तब हम लोग पुलिस से बचने के लिये अपनी-अपनी गाडियो के साथ धनबाद झारखण्ड
जा रहे थे गाडी मे तेल लेने के लिये पेट्रोल टंकी की तरफ जा रहे थे कि आप लोगो ने
हमे पकड लिया । पकडे गये व्यक्तियो से और वाहन चोरी के सम्बन्ध मे कड़ाई से पूछताछ
की गयी तो बताये कि करीब एक सप्ताह पहले इलाहाबाद से एक थार गाडी को इसी स्विफ्ट डिजायर
गाडी से जाकर चोरी करके कमाल आसिफ के यहा दे आये थे उसका पैसा अभी तक नही मिला है
तथा करीब डेढ महीने पहले हरहुआ बनारस के पास से एक थार गाडी को इसी स्विफ्ट डिजायर
गाडी से जाकर चोरी किये थे जिसको कमाल आसिफ के पास आसनसोल ले जाकर चेचिस नम्बर,इंजन नम्बर व
अन्य समान कमाल आसिफ की मदद से बदल दिये थे और गाडी को कमाल आसिफ ने बेच कर ढाई
लाख रूपये हम दोनो को दिया था जो खर्च हो चुके है।
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गिरफ्तारी/बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में थाना रोहनिया से उ0नि0 अमित सिंह, उ0नि0 जितेन्द्र कुमार वर्मा, प्रशि0 उ0नि0 श्यामबाबू, हे0का0 चन्द्रसेन सिंह, हे0का0 चन्द्रदीप मौर्या, हे0का0 चन्द्रसेन सिंह, का0 मनोज कुमार-2 के साथ साथ क्राइम ब्रांच/एस0ओ0जी0 पुलिस टीम से उ0नि0 मनीष कुमार मिश्र प्रभारी एस0ओ0जी0, उ0नि0 गौरव कुमार सिंह, उ0नि0 विनोद कुमार विश्वकर्मा, उ0नि0 अरुण प्रताप सिंह, हे0का0 ब्रह्मदेव सिंह, हे0का0 चंद्रभान यादव, हे0का0 प्रमोद सिंह, का0 रमाशंकर यादव, का0 पवन तिवारी, का0 आलोक कुमार मौर्य, का0 मयंक त्रिपाठी, का0 दिनेश कुमार, का0 मनीष कुमार बघेल, का0 अंकित मिश्रा, का0 प्रेम शंकर पटेल, हे0का0 चालक उमेश सिंह और सर्विलांस सेल से हे0का0 संतोष कुमार पासवान, हे0का0 दिवाकर शामिल थे।
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