Latest News

Thursday, September 7, 2023

ग्राम पंचायत नारायनपुर के साधन सहकारी समिति के विकास कार्य में अनियमितता, पहली बारिश में ही टपकने लगी छत

वाराणसी: चिरईगांव विकास खंड के नारायनपुर में बने साधन सहकारी समिति के छत निर्माण को लेकर तैनात ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत सचिव शैलेन्द्र कुमार सोनकर ने ग्राम प्रधान सेवक यादव पर शासन के निर्देशों के विपरित कार्य करने व सरकारी धन का ग़लत भुगतान कराने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है।



आपको बता दें कि आम तौर पर ग्राम पंचायतों के विकास कार्यो में अनियमितता या घोटाले की शिकायत वहां के ग्रामीण अथवा जन प्रतिनिधि करते हैं, लेकिन चिरईगांव विकास खण्ड में कुछ दिनों पहले एक ऐसा भी प्रकरण सामने आया है, जहाँ ग्राम पंचायत में कराये गये विकास कार्यो में ग्राम प्रधान द्वारा अनियमितता की शिकायत ग्राम पंचायत सचिव ने स्वयं उच्चाधिकारियों से करते हुए स्वयं को वहां से हटाये जाने की मांग की है। 

स्थानीय विकास खण्ड के ग्राम पंचायत नरायनपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत सचिव शैलेन्द्र कुमार सोनकर ने ग्राम प्रधान सेवक यादव पर आरोप लगाया था की शासन के निर्देशों के विपरित कार्य करने व सरकारी धन का ग़लत भुगतान कराने का दबाव बनाने का। लेकिन जब यह साधन सहकारी समिति बनवाया जा रहा था तब पंचायत सचिव ने डीपीआरओ को शिकायती पत्र क्यों नही लिखा था। 


ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत सचिव शैलेन्द्र कुमार सोनकर ने आरोप लगाया था कि गांव में स्थित साधन सहकारी समिति के भवन की छत मे पुराने एवं घटिया मैटेरियल का प्रयोग ग्राम प्रधान द्वारा किया गया है। लेकिन बारिश में जब छत टपकने लगा तो उसका जिक्र क्यों नही किया गया। हलांकि ग्राम पंचायत सचिव ने उक्त प्रकरण की लिखित शिकायत बीते 19 अगस्त को खंड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत से भी कई थी, लेकिन उक्त अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो ग्राम पंचायत सचिव ने उक्त प्रकरण की शिकायत डीपीआरओ से करते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। 

तो वहीं ग्राम प्रधान सेवक यादव ने पंचायत सचिव द्वारा स्वयं के ऊपर लगाये गये सभी आरोपों को गलत बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि मेरे पास पुरे साक्ष्य है कोई भी घटिया सामग्री का उपयोग नही हुआ है लेकिन ना ही ग्राम प्रधान ने और ना ही ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत सचिव शैलेन्द्र कुमार सोनकर ने इसका जिक्र किया है कि छत क्यों टपक रही है जबकि इस प्रकरण की जब से शुरुआत हुई है उस समय बारिश शुरू हो चुकी थी। 


हालाँकि इसकी जाँच अब डीपीआरओ के द्वारा एडीओ पंचायत को दी गयी है लेकिन सोचने वाली बात यह है कि जब यह बन रहा था तो उस समय क्या ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत सचिव शैलेन्द्र कुमार सोनकर सो रहे थे या फिर ग्राम प्रधान द्वारा उनको अवगत नही करवाया गया की क्या सामग्री लगाई जा रही है. लेकिन हकीकत तो प्रकरण की जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।

No comments:

Post a Comment