अरुणाचल प्रदेश के स्थान का नाम चीन द्वारा बदलने जाने की घटना पर टिप्पणी करते हुए सोमवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा था। अखिलेश यादव ने कहा कि चीन ने योगी से ही नाम बदलना सीखा है। हालांकि, अब सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक इस मामले में अखिलेश यादव योगी से कहीं आगे हैं। सीएम योगी आदित्यानाथ ने अपने कार्यकाल में 2 जिलों का नाम बदला तो अखिलेश यादव ने 2012 से 2015 के बीच 9 जिलों के नाम बदले थे। इनमें से 8 जिलों के नाम तो उन्होंने 2012 में एक ही दिन में बदल डाले थे।
इंडिया टुडे की ओर से दायर आरटीआई आवेदन के जवाब में
बताया गया है कि अखिलेश यादव ने 30 जुलाई 2012 को
प्रबुद्ध नगर का नाम बदलकर शामली कर दिया था। इसके अलावा भीम नगर को संभल, पंचशील नगर को हापुर, महामाया नगर को हाथरस, ज्योतिबा फुले नगर को अमरोह, कांशीराम नगर को कासगंज छत्रपति साहूजी महराज नगर को
अमेठी, रामाबाई नगर को कानपुर देहात को नाम दिया
था। इसके बाद 15 जनवरी 2015 को संत
रविदास नगर का नाम बदलकर भदोही कर दिया गया था।
सीएम
योगी ने बदले इन दो जिलों के नाम
योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में यूपी के दो जिलों के नाम बदले
हैं। योगी सरकार ने 18 अक्टूबर 2018 को इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज
किया तो 23 नवंबर 2018 को फैजाबाद का
नाम बदलकर अयोध्या किया गया।
नाम बदलने को लेकर विपक्ष
रहा है हमलावर
योगी सरकार पर नाम बदलने को लेकर विपक्ष हमलावर रहा है। फैजाबाद
और इलाहाबाद का नाम बदले जाने को लेकर विपक्ष योगी सरकार को घेरती रही है। विपक्ष
आरोप लगाता रहा है कि इस्लामिक पहचान की वजह से योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद और
इलाहाबाद का नाम बदला है। अखिलेश बार-बार कहते रहे हैं कि योगी सरकार ने अपने
कार्यकाल में सिर्फ स्थानों के नाम बदले और कुछ नहीं किया।
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