कोरोना की तीसरी लहर अब गांवों में पांव पसार रही है। गुरुवार को 518 लोग संक्रमित मिले हैं। इसमें 146 ग्रामीण हैं। 15 दिन पहले तक गांव में इक्का-दुक्का ही संक्रमित मिलते थे, अब धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। कोविड लैब से गुरुवार को 7302 लोगों की जांच रिपोर्ट आई है। इसमें मिले 518 संक्रमितों में दो को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
अस्पताल में अभी 17
संक्रमित भर्ती हैं। वहीं बाकी सभी होम आइसोलेशन में हैं। जिले में
अभी संक्रमण दर 7.09 फीसदी है। जिले में कोरोना के सक्रिय
केस 3839 हो गए हैं। हालांकि लगातार सक्रिय केस में गिरावट आ
रही है। लोग तेजी से स्वस्थ्य हो रहे हैं। गुरुवार को 800 लोग
स्वस्थ्य घोषित हुए हैं। इसमें पांच अस्पताल और 795 होम
आइसोलेशन में थे। जिले में इस समय स्वस्थ्य होने की दर 48.39 फीसदी है। यानी संक्रमण दर से करीब सात गुना ज्यादा लोग स्वस्थ हो रहे
हैं।
यहां मिले संक्रमित
अराजीलाइन
में 12,
आदमपुर में नौ, आनंदमयी में छह, अशफाक नगर में तीन, बजरडीहा में 19, बड़ागांव में पांच, बड़ी बाजार में एक, बेनिया में दो, भेलूपुर में एक, कैंटोमेंट में 28, चौकाघाट में 13, चिरईगांव में 12, चोलापुर में 21, चौक में चार, दुर्गाकुंड में 11, हरहुआ में सात, जैतपुरा में तीन, काशी विद्यापीठ में 146, कोनिया में दो, लल्लापुरा में तीन, मदनपुरा में छह, माधवपुर में 28, मंडुवाडीह में 11, अर्दली बाजार में 16, पांडेयपुर में 13, पिंडरा में 12, सदर बाजार में पांच, सेवापुरी में 14, शिवपुरी में 17, सिकरौल में तीन, पहड़िया क्षेत्र में 9 सहित अन्य क्षेत्र में लोग संक्रमित हैं।
पीएचसी पर मिले सात प्रभावित
प्राथमिक
स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को 35 लोगों ने जांच कराई। जिसमें सात
पॉजिटिव मिले। जांच प्रभारी आरपी तिवारी ने बताया कि पॉजिटिव मिलने के बाद
स्वास्थ्यकर्मी भी अलर्ट मोड में आ गए और तुरंत भीड़ को बाहर किया और हिदायत दी कि
कोई भी बिना मास्क के अस्पताल परिसर में प्रवेश नहीं करेगा।
नोडल से पुलिस अफसर तक शिकार
विधानसभा
चुनाव की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वही संक्रमण की मार झेल चुके हैं
और कुछ अफसर चपेट में हैं। हालांकि राहत यह है कि किसी थाना और चौकी पर
पुलिसकर्मियों में संक्रमण नहीं है। महामारी की तीसरी लहर में कमिश्नरेट क्षेत्र
के अब तक तीन अफसर और उनके परिजन शिकार हुए। पुलिस कमिश्नर, अपर
पुलिस कमिश्नर कानून-व्यवस्था के बाद अब चुनाव सेल के नोडल अधिकारी डीसीपी भी चपेट
में हैं। चुनाव सेल से जुड़े काम तो हो रहे हैं लेकिन उनके स्तर से होने वाले
कार्य दूसरे अधिकारी को सौंपा गया है।
एहतियात बरतना जरूरी
आम लोगों की तरह पुलिसकर्मियों को कोरोना गाइडलाइन का पालन
करना है। जब पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस पर ही है तो इसे लेकर अधिक सजग
होने की जरूरत है। हालांकि सतर्कता न के बराबर है। थाने में पुलिसकर्मियों के लिए
बने कोविड हेल्पडेस्क अब तक क्रियाशील नहीं हैं। ड्यूटी के दौरान तमाम पुलिसकर्मी
बिना मास्क के देखे जा सकते हैं।
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