UP Election 2022: भासुसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर (OP Rajbhar) अपने विवादित बयानों से हमेशा सुर्खियां बटोरते रहते हैं. अब ओपी राजभर ने एक और विवादित बयान देते हुए खुद की तुलना बाबा साहेब अंबेडकर से कर डाली है. ओपी राजभर (omprakash rajbhar) ने कहा कि वे देश में दूसरे ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने सरकार में रहते हुए भी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है. ओमप्रकाश राजभर बोले, मुझसे पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (baba saheb ambedkar) ही इकलौते ऐसे मंत्री थे जिन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (bhimrao ambedkar) की भी कोई पद की लालसा नहीं थी. मेरी भी कोई पद की लालसा नहीं है ना ही सीटों के बंटवारे पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से कोई गठबंधन हुआ है.
ओमप्रकाश राजभर
ने केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. ओपी राजभर ने संसद
में कृषि बिल रद्द किए जाने पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि सरकार किसानों के हित
में बिल को लाती तो उन्हें इस कानून को संसद में वापस नहीं करना पड़ता. यह बात
उन्होंने जालौन के उरई में पत्रकारों से बात करते हुए कही.
ओपी राजभर
(OP Rajbhar) ने कहा कि इस बिल की संसद में रद्द किए जाने से किसान आंदोलन
में शहीद हुए किसान वापस नहीं आ जाएंगे. ओपी राजभर ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा
कि बीजेपी (BJP) सरकार की करनी और कथनी में अंतर है. सरकार कहती कुछ और है और करती
कुछ और है.
जातिगत जनगणना करेंगे सरकार बनेगी तो
वहीं, ओपी राजभर ने सपा (Samajwadi
party) से हुए
गठबंधन पर बोलते हुए कहा कि हमारा गठबंधन सीटों पर नहीं बल्कि जातिगत जनगणना को
लेकर हुआ है. ओमप्रकाश राजभर (omprakash rajbhar) ने कहा कि जब सरकार बनती है तो
इसकी जातिगत जनगणना की जाएगी. साथ ही महंगाई भ्रष्टाचार और रोजगार के मुद्दों पर
सपा से गठबंधन हुआ है. राजभर (rajbhar) ने कहा कि वह किसी पद की लालसा
में नहीं है. यदि उन्हें पद की लालसा होती तो वह मंत्री होते हुए भी बीजेपी सरकार
से अपना गठबंधन नहीं तोड़ते और ना ही मंत्रिमंडल से इस्तीफा देते.
अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त क्यों
नहीं किया
लखीमपुर की
घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि लखीमपुर घटना के आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
अजय मिश्र टेनी (ajay mishra teni) के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज है, साथ ही 120 बी के मुलजिम बनाए गए हैं, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा
उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया गया है, न ही उनकी गिरफ्तारी की गई, जबकि अजय मिश्रा (ajay
mishra) खुले मंच
पर पीएम मोदी (pm narendra modi), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath) और अमित शाह के साथ घूमते दिखाई
दे रहे हैं.
यहां भी फिसल गई जुबान
किसानों का
मुद्दा रखते रखते ओपी राजभर की जुबान फिसल गई. लखीमपुर में हुई पत्रकार की हत्या
के मामले में ओपी राजभर ने किसानों पर ही पत्रकार की हत्या का ठीकरा फोड़ते हुए
बोले कि चार-चार किसानों ने मिलकर पत्रकार की हत्या लखीमपुर में कर दी. ओपी राजभर ने
गोरखपुर के डीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि गोरखपुर के डीएम ने कोरोना काल में
शिक्षा विभाग में रहते हुये करोड़ों का घपला किया है. ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को
भाजपा सरकार द्वारा उच्च पदों पर बैठा दिया गया है.
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