Latest News

Tuesday, February 08, 2022

UP Election 2022: अजब है उन्नाव की राजनीति, 3 विधानसभाओं में, तीन प्रमुख पार्टियों का अब तक नहीं खुला खाता

आजादी की जंग में इंकलाब जिंदाबाद का नारा देने वाले मौलाना हसरत मोहानी, राजा राव राम बक्श सिंह, महाराजा सातन पासी और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के इस धरा की राजनीति भी अजब है. सपा, बसपा और  भाजपा ने भले ही कई बार प्रदेश में अपने झंडे गाड़े हो, लेकिन उन्नाव पहुंचकर इनका रुतबा कुंद पड़ता दिखा.



मायावती का जादू सफीपुर विधानसभा सीट पर कभी नहीं चला 
आलम यह है कि प्रमुख पार्टियों की भीषण लहर में भी उन्नाव की 6 विधानसभाओं में से कोई न कोई एक विधानसभा ऐसी रही जहां के मतदाताओं ने उनकी लहर को नकार दिया. सफीपुर विधानसभा में आज तक एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया है जब बसपा से कोई प्रत्याशी जीतकर सदन पहुंचा हो. 2007 में मायावती की सोशल इंजीनियरिंग पूरे प्रदेश में प्रभावित रही, और दशकों बाद किसी एक पार्टी ने अपने बूते पर सरकार बनाई, मगर उस दौर में भी सफीपुर में बसपा का खाता नहीं खुला.

मोहान विधानसभा सीट पर कभी जीत नहीं पाई सपा
समाजवादी पार्टी  प्रमुख अखिलेश यादव  जब 2012 में उम्मीद की साइकिल लेकर निकले तो साइकिल ने पुरे प्रदेश में रफ्तार पकड़ी, 2007 में जितनी सीटे मायावती के खाते में गई थी. उससे से भी अधिक सीटें जीतकर अखिलेश पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने. इसके बावजूद मौलाना हसरत मोहनी की जन्मस्थली मोहान में अपना विधायक बनाने की अखिलेश की हसरत अभी भी पूरी नहीं हुई है. यहां से अब तक कोई भी विधायक समाजवादी पार्टी से नहीं चुना गया.

पुरवा विधानसभा सीट पर कमल खिलाने की जोर आजमाइस
 2017
में जब प्रचंड मोदी लहर ने प्रदेश में अपने पांव मजबूत किए और 3 सैकड़ा से अधिक सीटें जीती तब भी पुरवा विधानसभा में कमल नहीं खिला. भजापा ने इस बार पुरवा से अनिल सिंह पर दांव लगाया हैं. अनिल सिंह पिछली बार बसपा से विधयाक चुने गए थे. सरकार बनने के बाद ही अनिल ने बसपा से बगावत कर दी थी. यहां सपा से उदय राज यादव, बसपा से विनोद त्रिपाठी और कांग्रेस से शायर मुनव्वर राणा की बेटी उरुषा राणा मैदान में हैं.

आंचल पर साईकिल की रफ्तार बढ़ाने का दारोमादार
समाजवादी पार्टी  ने इस बार मोहान विधानसभा से आंचल वर्मा को प्रत्याशी बनाया है. यहां भाजपा से बृजेश रावत, बसपा से सेवक लाल और कांग्रेस से मधु रावत चुनाव लड़ रहे हैं. अभी तक मोहान विधानसभा में ठहरी रही साइकिल इस बार रफ्तार बढ़ा पाएगी या नहीं इसका जवाब 10 मार्च को मिल पाएगा.

राजेंद्र गौतम पर इतिहास बदलने का जिम्मा
अभी तक एक बार भी सफीपुर से बसपा चुनाव नहीं जीती है. यहां बसपा से राजेंद्र गौतम चुनाव जीतने की कवायद कर रहे हैं उनको सपा से पूर्व राज्य मंत्री सुधीर रावत और भाजपा से विधायक बंबा लाल दिवाकर टक्कर दे रहे हैं.

 

इस आर्टिकल को शेयर करें

 

हमारे Whatsapp Group से जुड़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें 

https://chat.whatsapp.com/KdKAvSxlcnKJIGutmfkh6x

 

अपने शहर की खास खबरों को अपने फ़ोन पर पाने के लिए ज्वाइन करे हमारा Whatsapp Group मोबाइल नंबर 09355459755 / खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें। 

No comments:

Post a Comment