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Monday, May 22, 2023

संचार क्रान्ति के जनक राजीव गान्धी के अवदान को देश कभीं भुला नहीं पायेगा

वाराणसी: देश में संचार क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के अमूल्य योगदान को देश कभी विस्मृत नहीं कर सकेगा।


उक्त विचार आज इंग्लिशिया लाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन के कार्यालय में स्वर्गीय राजीव गांधी जी की 33 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त करते हुए कहा गया। वक्ताओं ने आगे कहा कि राजीव गांधी भारत की राजनीति ऐसे ध्रुव तारा थे जिनका असमय बलिदान नहीं हुआ होता तो देश दुनिया के नक्शे पर बहुत पहले ही एक शक्ति सम्पन्न राष्ट्र के.रूप में स्थापित हो गया होता।

उन्होंने संचार क्रांति के माध्यम से देश के करोड़ों करोड़ युवाओं को नये युग में प्रवेश करने को प्रेरित ही नहीं किया बल्कि संचार क्रान्ति के माध्यम से रोजगार से जुड़ने का ऐसा सुनहरा मौका दिया जिसके चलते भारत का युवा देश नहीं दुनिया भर में आईटी क्षेत्र में अपना सिक्का जमाने में सफल हुआ और आज भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान अगर किसी का है तो वह आईटी सेक्टर का ही है । राजीव जी जैसे दूरद्रष्टा और वैज्ञानिक सोच वाले नेता का असमय चला जाना भारत के लिए एक सदमे से कम नहीं था फिर भी उन्होंने संचार क्रान्ति का जो बीज बोया था आज वह प्रस्फुटित ही नहीं बल्कि पल्लवित होकर चारों तरफ फूलों की वर्षा भी कर रहा है। ऐसे उच्च कोटि की वैज्ञानिक सोच वाले नेता के नेतृत्व में ही देश की संप्रभुता एकता और विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है।

उनकी पावन पुण्यतिथि पर हम सब उनके प्रति श्रद्धानत हैं और उन्हे शत शत नमन करते हैं , प्रारंभ में राजीव जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रूप से वरिष्ठ नेता पंडित विजय शंकर पांडे, प्रोफेसर अनिल कुमार उपाध्याय, बैजनाथ सिंह , डॉक्टर उमापति उपाध्याय, भूपेंद्र प्रताप सिंह राधेलाल एडवोकेट सुभाष राम, डाक्टर प्रेम शंकर पांडे, ब्रह्म देव मिश्रा ,मनोज चौबे,पुनीत मिश्रा महेंद्र चौहान ,महेन्द्र प्रताप सिंह, संजय तिवारी ,कमलाकांत पांडे, ज्वाला मिश्रा, वैभव त्रीपाठी, अशोक कुमार पांडे निशांत ओझा, पंकज मिश्रा ,मोहम्मद अरशद, पिंटू सेख आदि लोग प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे ।

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