वाराणसी: डेंगू की रोकथाम और नियन्त्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से रणनीति बनाकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। बारिश के मौसम के बाद मच्छर जनित रोगों की संभावना बढ़ जाती हैं। इसके लिए समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। इस बार दिवस की थीम ‘डेंगू को हराने के लिए साझेदारी का उपयोग करें’ निर्धारित की गई है। वर्ष पर्यंत इसी थीम के साथ गतिविधियां की जाएंगी।
सीएमओ ने कहा कि समुदाय को जानना जरूरी है कि मच्छर को पनपने से रोक कर ही हम डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित रोगों से खुद के साथ घर-परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं। डेंगू के प्रसार का समय जुलाई से नवंबर तक माना जाता है। इस दौरान आशा व एएनएम घर-घर भ्रमण कर बुखार से ग्रसित व्यक्तियों का सर्वेक्षण करेंगी। घर में पाये जाने वाले लार्वा स्रोत विनष्टीकरण का कार्य किया जाएगा। नगर विकास और पंचायती राज विभाग की ओर से सभी वार्डों और गांवों में छिड़काव, फोगिंग कराई जाएगी। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में चिन्हित कुल 132 हॉट स्पॉट पर विशेष ज़ोर देते हुये विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी।
‘हर रविवार मच्छर पर वार’ का देंगे संदेश :- सीएमओ ने बताया कि इस दिवस पर डेंगू से रोकथाम व बचाव के लिए सभी पीएचसी/सीएचसी पर जनजागरूकता रैली एवं गोष्ठी के साथ विशेष डेंगू फीवर कैंप का आयोजन किया जाएगा। बुखार के प्रत्येक मरीज की जांच सुनिश्चित की जाए तथा समूल उपचार कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जागरूकता व स्रोत विनष्टीकरण का कार्य करेंगी। आशा-एएनएम गृहभ्रमण के दौरान ‘हर रविवार मच्छर पर वार, लार्वीसाइड पर प्रहार’ स्लोगन के जरिये जनमानस को जागरूक करेंगी। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि “जानकारी व जागरूकता ही डेंगू से बचाव है” के सूत्र को मानते हुये खुद के साथ अपने घर-परिवार का ध्यान रखें।
यह होगी प्रभावी कार्रवाई :- जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) शरद चंद पांडेय ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए ब्लॉक स्तर पर एक-एक रेपिड रिस्पोंस टीम बनाई गई है जो बुखार से ग्रसित व्यक्तियों का ब्लड सैंपल लेंगी और जांच के लिए भेजेगी। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से लार्वा स्रोत विनष्टीकरण और बुखार ग्रसित व्यक्तियों को चिन्हित करेंगी। सभी ब्लॉक में एक-एक वेक्टर सर्विलान्स टीम बनाई गई है जो लार्वा स्रोत की जांच व निगरानी करेगी। ग्रामीण क्षेत्र में चिन्हित 62 हॉट स्पॉट क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग एवं नगर क्षेत्र में चिन्हित 70 हॉट स्पॉट क्षेत्रों में नगर विकास विभाग की ओर से गहन एंटी लार्वा छिड़काव, फोगिंग, साफ-सफाई का कार्य किया जाएगा। वहीं जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिलेंगे, उन क्षेत्रों के आसपास के घरों में सभी की जांच व आवश्यक दवाएं दी जाएंगी। जनपद मुख्यालय पर भी एक-एक रेपिड रिस्पोंस और वेक्टर सर्विलान्स टीम बनाई गई है। आवश्यकतानुसार जिला चिकित्सालयों व सीएचसी पीएचसी में डेंगू के लिए बेड भी आरक्षित किए जाएंगे। सभी जिला चिकित्सालयों व स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच व उपचार की सुविधा मौजूद है।
एक नजर जनपद के आंकड़ों पर (एलाइजा पॉज़िटिव) –
• वर्ष 2018 में – 881
• वर्ष 2019 में – 522
• वर्ष 2020 में – 13
• वर्ष 2021 में – 458
• वर्ष 2022 में 562
• इस वर्ष अभी तक शून्य
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