वाराणसी: बरियासनपुर (चिरईगांव) स्थित महादेव पीजी कॉलेज में रविवार को गांधी जयंती के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान भारत की आजादी के लिए गांधीजी के संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए महादेव पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर दयाशंकर सिंह ने जहां गांधी जी के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला वहीं आजादी के संघर्ष पटल पर गांधी द्वारा लिखी गई गाथाओं और उनके अविस्मरणीय योगदान पर भी चर्चा की।
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी के बोले गए एक - एक शब्द और विचार याद रखने योग्य है। यह उनके विचारों का तेज और प्रताप ही है कि आज विश्व के तमाम लोग उनके पद चिन्हों पर चलते है। इस दौरान पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. लोकनाथ पांडेय ने गांधीजी और लाल बहादुर शास्त्री के योगदान पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि ये दोनों हस्तियां हमारे लिए ही नहीं आने वाले कल के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं। विधाता ने भारत का भाग्य कुछ ऐसा लिखा था कि इस पावन धरती पर ऐसे महापुरुषों का अवतरण हुआ।
उन्होंने कहा कि गांधी जी एक कुशल पत्रकार भी थे। उन्होंने यंग इंडिया, हरिजन आदि का प्रकाशन कर भारत को नई दिशा दी। शास्त्री जी ने देश को आत्म निर्भर रहने व जय जवान जय किसान का नारा दिया तथा ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे। बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मोहन सिंह और मौके पर गणमान्य लोगों ने कहा कि अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जिन्हें हम बापू और राष्ट्रपिता के नाम से संबोधित करते हैं वह महान महापुरुष और स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रदूत थे। गांधी व शास्त्री जी ने भारत की स्वतंत्रता और देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सभी धर्मो के लोगों को एक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। महात्मा गांधी ने तमाम उम्र सिर्फ देश के विकास के बारे में ही सोचते रहे। इसलिए उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी भी कोई राजनीति का ऊंचा पद नहीं लिया।
वक्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए कहा कि उनके ही कुशल नेतृत्व में भारत ने 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। काशी के लाल लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंंत्री होते हुए जय जवान, जय किसान का नारा देकर दुश्मन देश के दांत खट्टे किए थे। आज के नेता जब आलीशान महल और लग्जरी गाड़ियों में चलते हैं। युवाओं को पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी से प्रेरणा लेनी होगी कि प्रधानमंत्री रहते हुए शास्त्री जी ने एक सामान्य कार लोन पर खरीदी जिसका पैसा चुकता करने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन व धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर गौरव मिश्र ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर धीरेंद्र तिवारी ने किया। इस अवसर पर संगीत विभाग के छात्र, छात्राओं ने गांधी जी का प्रसिद्ध भजन सुनाया।
इस अवसर पर डॉक्टर संजय सिंह, डॉक्टर किरण सिंह, डॉक्टर रत्न सौरभ सिंह, डॉ गौतम सक्सेना, डॉ. ह्रदय नारायण पांडेय, डॉक्टर श्वेता , विनोद सिंह, अवनीश सिंह, डॉ. अमित श्रीवास्तव, डॉ. लाल बहादुर, डॉ.निर्मल राय, डॉ.दिनकर चौहान,डॉ अजय आनंद, डॉ. स्वतंत्र कुमार , भूगोल के विभागाध्यक्ष डॉक्टर राजेश कुमार, डॉक्टर इमरान अहमद , डॉ प्रतिभा , पीयूष पटेल, पंकज यादव, आरडी सिंह यादव, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, प्रियंका यादव, अन्य प्रवक्तागण तथा छात्र -छात्राएं मौजूद रहे।
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